World Kidney Day 2024: किडनी हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। लेकिन खराब लाइफस्टाइल, खानपान और शराब का सेवन करने की वजह से हर साल लाखों लोग किडनी रोगों की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं। कई लोग किडनी फेलियर, किडनी प्रॉब्लम जैसे कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। कई बार तो किडनी की समस्याएं इतनी बढ़ जाती हैं कि किडनी ट्रांसप्लांट की नौबत आ जाती है। ऐसे में किडनी के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मार्च के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस (World kidney Day 2024) मनाया जाता है। इस बार विश्व किडनी दिवस 14 मार्च को मनाया जाएगा। विश्व किडनी दिवस के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं वो 3 सवाल जिसके बारे में अक्सर लोग सर्च इंजन साइट गूगल पर सर्च करते हैं। इन सवालों का जवाब दे रहे हैं गुरुग्राम स्थित मोरेंगा अस्पताल के किडनी ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट और नेफरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमेन डॉ. संजय अग्रवाल।
1. दूध और डेयरी प्रोडक्ट खाने से किडनी स्टोन होता है
दूध और दूध से बने उत्पादों में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है, यही कारण है कि लोगों के मन में यह धारणा बन गयी है कि इसके सेवन से पथरी की समस्या होती है। अभी तक ऐसा कोई भी शोध या अध्ययन नहीं हुआ है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि डेयरी उत्पादों का सेवन करने से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। बल्कि तमाम अध्ययन इस बात के खिलाफ यह जानकारी देते हैं कि डेयरी उत्पाद का सेवन करने से किडनी स्टोन यानि गुर्दे की पथरी का जोखिम कम हो सकता है। चूंकि डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है और इसका सेवन आंत में ऑक्सालेट नामक पत्थर बनाने वाले अणु को बांधता है जो कैल्शियम के साथ मिलकर मल में निकल जाता है और अवशोषित नहीं होता है। यह ऑक्सालेट लगभग सभी पौधों में मौजूद होता है और कुछ खाद्य पदार्थों जैसे पालक, चॉकलेट, काली चाय, मेवा और शकरकंद आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पालक के साथ पनीर का सेवन करने से भी ऑक्सालेट का अवशोषण कम होता है, जिसकी वजह से शरीर में ऑक्सालेट की कम मात्रा जाती है और किडनी स्टोन का जोखिम भी कम होता है। हालांकि पालक में मौजूद ऑक्सालेट किडनी स्टोन का कारण हो सकता है लेकिन दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स सेहत के लिए फायदेमंद हैं और किडनी स्टोन का जोखिम कम करने के लिए इसका सेवन जरूर किया जाना चाहिए।
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2. किडनी के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है
गुर्दे की पथरी यानि किडनी स्टोन से बचने के लिए कैल्शियम का सेवन कम करने वाली बात भी एक मिथक है। वास्तव में यह बात इसकी उल्टी है और कैल्शियम का सेवन कम करने से सेहत के लिए कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। हमारे शरीर में हड्डियों में कैल्शियम पाया जाता है। अगर हम रोजाना पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का सेवन नहीं करते हैं तो इसकी वजह से हमारी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कैल्शियम की कमी से हड्डियों का घनत्व भी कम हो सकता है। कैल्शियम का सेवन कम करने से किडनी स्टोन का खतरा कम तो नहीं होता लेकिन इसकी वजह से हड्डियां कमजोर जरूर हो जाती हैं। इसलिए डॉ नितिन ये सलाह देते हैं कि हर व्यक्ति को रोजाना 1 से 1.2 ग्राम कैल्शियम का सेवन जरूर करना चाहिए।
3. टमाटर खाने से किडनी स्टोन हो जाता है
टमाटर और दूसरी अन्य सब्जियां जिनमें बीज की मात्रा होती है में पाए जाने वाले ऑक्सालेट को लेकर कुछ अध्ययन किये गए हैं जिनसे इस बात की जानकारी मिलती है कि इनका किडनी स्टोन से कोई संबंध नही है। ऑक्सालेट एक ऐसा रसायन है जो लगभग सभी सब्जियों में पाया जाता है इसलिए इसके सेवन से कोई भी व्यक्ति बच नहीं सकता। चूंकि हमें इस बात पर भी गौर करना चहिये कि जिस भी पौधे या फल आदि का सेवन कोई भी पशु करते हैं उसके बीज पशुओं के मल से निकलकर दूसरी जगह पर पहुंच जाते हैं। इस प्रकार से इन बीजों से नए पौधे भी उगते हैं। इसी प्रकार जब हम किसी भी फल या सब्जी का सेवन करते हैं तो उनके बीज हमारे पेट में पचते नहीं हैं और ये मल के साथ बाहर निकल जाते हैं। अगर आप छोटे मोटे बीज वाले फल और सब्जियों को चबाकर भी खाते हैं तो इनमें मौजूद ऑक्सालेट की मात्रा किडनी स्टोन बनाने के लिए पर्याप्त नहीं होती है। इसलिए यह बात सिद्ध होती है कि टमाटर और बीज वाले अन्य सब्जी और फल का सेवन करने से किडनी स्टोन का खतरा बिलकुल भी नहीं होता है।
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