Generational Trauma: भावनात्मक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं जनरेशनल ट्रॉमा का कारण | what is generational trauma in hindi


How To Heal From Generational Trauma: आपने अपने बड़ों से सुना होगा कि हम लोगों में कई सारे गुण पूर्वजों से आते हैं। लेकिन क्या आपने यह सुना है कि कोई ट्रॉमा भी एक जनरेशन से दूसरे जनरेशन में आता है? जी हां, आपके पूर्वजों से आपको सिर्फ कुछ आदतें नहीं बल्कि ट्रॉमा भी मिल सकता है। हालांकि इसके मामले कम पाए जाते हैं लेकिन यह मेंटल हेल्थ को नुकसान कर सकता है। जनरेशन ट्रॉमा कई तरीकों से आपको खुद में नजर आ सकता है। जैसे कि अगर आप शुरुआत से ही बेवजह बहुत गुस्सा करते हैं या करीबी या आर्थिक तंगी जैसी चीजों से जूझ रहे हैं, तो यह जनरेशनल ट्रॉमा का संकेत हो सकता है। अगर इस स्थिति को पहचान लिया जाए, तो इसे आगे आने वाली जनरेशन तक जाने से रोका जा सकता है। इस बारे में ज्यादा समझने के लिए हमने बात कि मनस्थली की फाउंडर-डायरेक्टर और सीनियर साइकेट्रिस्ट और डॉ. ज्योति कपूर से। आइए इस लेख के माध्यम से जानें इस ट्रॉमा के बारे में। 

पहले जानें क्या है जनरेशनल ट्रॉमा? What Is Generational Trauma 

जनरेशनल ट्रॉमा को इंटर जनरेशनल ट्रॉमा भी कहा जाता है, जो जनरेशन के बीच समान रूप से देखा जाता है। यह किसी ट्रॉमा का साइकोलॉजिकल इफेक्ट होता है, जो एक जनरेशन से दूसरी जनरेशन में पास होता है। यह ट्रॉमा उन फैमिली और कम्यूनिटी में ज्यादा देखा जाता है जिन्होंने कभी बड़ी लड़ाईयां, गरीबी या गुलामी जैसी चीजें झेली होती हैं। बड़ी बात तो यह है कि यह ट्रॉमा सिर्फ उन्हें प्रभावित नहीं करता जिन्होंने इसे झेला है, बल्कि उनके करीबी और आगे आने वाली जनरेशन को भी प्रभावित करता है। 

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जनरेशनल ट्रॉमा हमारी मेंटल हेल्थ को किस तरह प्रभावित कर सकता है? How Generational Trauma Affects Mental Health

जनरेशन ट्रॉमा को अगर कंट्रोल न किया जाए तो यह आगे आने वाली कई जनरेशन को इन तरीकों से प्रभावित कर सकता है-

मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर का खतरा बढ़ना

जिन लोगों में जनरेशनल ट्रॉमा देखा जाता है उन्हें मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर होने का खतरा काफी ज्यादा होता है। इस तरह से लोगों को भविष्य में जाकर एंग्जायटी डिसऑर्डर, डिप्रेशन, पीटीएसडी और कई अन्य मेंटल डिसऑर्डर होने का खतरा हो सकता है। 

रिश्तों में परेशानी आना

ट्रॉमा के कारण फैमिली या पार्टनर से रिश्ते में उलझने पैदा हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को शुरुआत से ही रिश्ते संभालने में परेशानी होती है, जो जनरेशनल ट्रॉमा की वजह हो सकता है। यह निगेटिव ट्रॉमा की साइकिल एक जनरेशन से दूसरे जनरेशन तक जा सकती है। 

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लगातार मानसिक बीमारियां बढ़ते जाना

जिन कम्यूनिटी में मेंटल हेल्थ ट्रॉमा लंबे समय से चलता आ रहा है, उनमें मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं ज्यादा बढ़ सकती हैं। ऐसे में जनरेशन से जनरेशन मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं बढ़ती जाती हैं और इनका समाधान कर पाना मुश्किल होता है। 

जनरेशनल ट्रॉमा से कैसे डील किया जाए?

अगर आपको लगता है कि आपको कोई ट्रॉमा अपने पूर्वजों से मिला है, तो अपनी मेंटल हेल्थ पर काम करें। जिससे इस ट्रॉमा को आगे आने वाली जनरेशन तक जाने से रोका जा सके। इसके लिए आप मेंटल हेल्थ ट्रीटमेंट ले सकते हैं। साथ ही, आपको परिवार से इस बारे में खुलकर बात करना भी जरूरी होगा।

 लेख में हमने जाना कि जनरेशनल ट्रॉमा क्या है और यह कैसे मेंटल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। अगर आपको महसूस होता है कि आपके लिए इस हैंडल करना मुश्किल है, तो किसी साइकेट्रिस्ट से संपर्क करें। 

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