आजकल हेल्थ और फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही लोग कई नए ट्रेंड्स को फॉलो करने लगे हैं। इन ट्रेंड्स में से एक है अलसी का सेवन। दरअसल, सोशल मीडिया और इंटरनेट पर अलसी के फायदे के बारे में कई लेख और वीडियो मिल जाएंगे, जिनके आधार पर लोग इसे अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अलसी वजन घटाने, हार्ट हेल्थ और पाचन के लिए फायदेमंद होती है। इसके साथ ही इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और प्रोटीन होता है, जिसके कारण इसकी गिनती सुपरफूड्स में होती है।
हालांकि, हर शरीर की तासीर और जरूरतें अलग होती हैं। इसलिए सिर्फ ट्रेंड देखकर अलसी का सेवन करना सही नहीं माना जाता। आयुर्वेद में अलसी की तासीर गर्म बताई गई है, जिसका मतलब है कि कुछ लोगों के लिए इसका अत्यधिक सेवन नुकसानदेह हो सकता है। गर्भवती महिलाएं, गर्म तासीर वाले लोग और कुछ विशेष स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों को अलसी का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए। इसलिए, अगर आप भी केवल ट्रेंड देखकर अलसी का सेवन कर रहे हैं, तो पहले इसके गुण, तासीर और फायदे-नुकसान को जानना जरूरी है। आज ‘आरोग्य विद आयुर्वेद’ सीरीज के इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानिए, अलसी क्या है? इसे खाने के फायदे क्या हैं? साथ ही, अलसी की तासीर क्या होती है, नुकसान और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से अलसी का सही उपयोग।
अलसी की तासीर और गुण
अलसी छोटा, भूरे रंग का चमकदार बीज होता है, जिसे फ्लैक्ससीड के नाम से भी जाना जाता है। अलसी की तासीर गर्म होती है, ऐसे में इसका सेवन सर्दियों में लाभकारी माना गया है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन के साथ कई तरह के जरूरी एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं। अलसी का सेवन हार्ट, पाचन तंत्र और त्वचा के लिए लाभदायक माना जाता है। अलसी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त बनाता है।
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अलसी कब खानी चाहिए और कैसे खाएं – When and How to Consume Flaxseed
अलसी का सेवन सुबह करना बेहद लाभदायक होता है। आप इसे गर्म पानी के साथ या अपने भोजन में मिलाकर खा सकते हैं। अलसी को पीसकर इसके पाउडर का उपयोग करना ज्यादा फायदेमंद होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि साबुत अलसी पचने में मुश्किल हो सकती है। इसे सलाद, सूप, स्मूदी या दलिया में मिलाकर खा सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, अलसी को ज्यादा मात्रा में लेने से बचना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।
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अलसी के फायदे – Benefits of Flaxseed According to Ayurveda
- आयुर्वेद में अलसी को वात और कफ दोष को संतुलित करने वाला माना जाता है। अलसी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करती है और ब्लड प्रेशर को सही बनाए रखने में मदद कर सकती है।
- अलसी में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है, जो लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास कराता है और ओवरईटिंग से बचाता है। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।
- अलसी का सेवन पाचन तंत्र के लिए लाभदायक होता है। इसमें मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करता है और पेट को साफ रखने में मदद करता है।
- अलसी त्वचा और बालों के लिए लाभदायक है। यह त्वचा की झुर्रियों को कम करती है और बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देती है।
- अलसी में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करती है।
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अलसी कब नहीं खानी चाहिए -Who Should Avoid Flaxseed
अलसी के कई फायदे हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में इसका सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को अलसी का सेवन बहुत कम मात्रा में या डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना चाहिए। अलसी की तासीर गर्म होती है, जो गर्भावस्था में हानिकारक हो सकती है।
- जिन लोगों की तासीर पहले से गर्म (बढ़ा हुआ पित्त दोष) होती है, उन्हें अलसी का सेवन सावधानी से करना चाहिए। इससे पेट में गर्मी या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
- अगर आपको खून से संबंधित कोई समस्या है, तो अलसी का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
- यदि किसी को पहले से पाचन संबंधी समस्याएं हैं, तो अलसी का अत्यधिक सेवन गैस, पेट दर्द या कब्ज का कारण बन सकता है। ऐसे में इसका सेवन सीमित मात्रा में करें।
अलसी के साइड इफेक्ट्स – Side Effects of Flaxseed
पाचन संबंधी समस्याएं
अलसी के ज्यादा सेवन से पेट में गैस, ब्लोटिंग और कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही खाएं।
गर्म तासीर के कारण शरीर में गर्मी
अलसी की तासीर गर्म होती है, जिससे शरीर में अधिक गर्मी उत्पन्न हो सकती है। इसे ठंडे मौसम में या ठंडे पदार्थों के साथ सेवन करना सही रहता है।
अलसी का आयुर्वेदिक उपयोग – Ayurvedic Ways to Consume Flaxseed
आयुर्वेद में अलसी का उपयोग बहुत ध्यान से किया जाता है। इसे अक्सर ठंडी तासीर वाले पदार्थों के साथ मिलाकर खाया जाता है। आप इसे पीसकर इसके पाउडर को शहद या घी के साथ भी ले सकते हैं। गर्मी के मौसम में अलसी के सेवन से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
अलसी के फायदे और नुकसान को समझकर ही इसका सेवन करना चाहिए। यह हृदय, पाचन और त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन कुछ साइड इफेक्ट्स का कारण बन सकता है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से अलसी का उपयोग सही मात्रा में और सही तरीके से किया जाना चाहिए। अगर आप अलसी का सेवन शुरू करने की सोच रहे हैं, तो पहले किसी आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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