[ad_1]
Hanuman Jayanti 2024: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल को सुबह 3.25 बजे होगी और इस तिथि की समाप्ति 24 अप्रैल को सुबह 5.18 बजे होगी।
By Sandeep Chourey
Publish Date: Fri, 12 Apr 2024 12:18 PM (IST)
Updated Date: Fri, 12 Apr 2024 12:33 PM (IST)
HighLights
- सनातन धर्म में हनुमान जन्मोत्सव का विशेष महत्व है।
- इस दिन विधिवत पूजा करने से हर तरह की बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है।
- सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
धर्म डेस्क, इंदौर। Hanuman Jayanti Date 2024: हिंदू धर्म में चैत्र माह का विशेष महत्व है। इस माह में नवरात्रि पर्व के साथ-साथ हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन राम भक्त हनुमान जी प्रकट हुए थे। वहीं कुछ स्थानों पर कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भी हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि हनुमान जन्मोत्सव पर विधि विधान से पूजा करने पर सभी रोगों से मुक्ति मिलता है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा का शुभ मुहूर्त (Hanuman Jayanti Puja Muhurat)
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल को सुबह 3.25 बजे होगी और इस तिथि की समाप्ति 24 अप्रैल को सुबह 5.18 बजे होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Jayanti) 23 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी। हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9.03 बजे से 10.41 बजे तक रहेगा। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4.20 बजे से 05.04 बजे तक रहेगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.53 बजे से दोपहर 12.46 बजे तक रहेगा।
हनुमान जी का मूल मंत्र:
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥
हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।
हनुमान जन्मोत्सव का महत्व
सनातन धर्म में हनुमान जन्मोत्सव का विशेष महत्व है। इस दिन विधिवत पूजा करने से हर तरह की बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। व्यक्ति की कुंडली से ग्रह दोष दूर हो जाते हैं। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर हनुमान जी की आराधना करना चाहिए।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
[ad_2]
Source link