यह व्रत आमतौर पर महीने में दो बार, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में रखा जाता है। इस बार यह व्रत 4 जून 2024 मंगलवार को रखा जाने वाला है।
By Ekta Sharma
Publish Date: Fri, 24 May 2024 01:18:42 PM (IST)
Updated Date: Fri, 24 May 2024 01:48:07 PM (IST)
HighLights
- प्रदोष व्रत के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं।
- मंगलवार के दिन पड़ने के कारण इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहा जाता है।
- शुभ काल के दौरान ही भगवान शिव की पूजा करें।
धर्म डेस्क, इंदौर। Bhaum Pradosh 2024: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। भगवान शिव की विशेष पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस माह प्रदोष व्रत मंगलवार को है।
मंगलवार के दिन पड़ने के कारण इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहा जाता है। यह व्रत आमतौर पर महीने में दो बार, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में रखा जाता है। इस बार यह व्रत 4 जून 2024 मंगलवार को रखा जाने वाला है।
प्रदोष व्रत पर शुभ योगों का निर्माण
प्रदोष व्रत के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। शोभन योग सूर्योदय से सुबह 6 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। इसके बाद अतिगंड योग लगेगा। इसके साथ ही रात 10.35 बजे से अगले दिन यानी 5 जून की सुबह 5.23 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
भौम प्रदोष में शिव वास योग का भी निर्माण हो रहा है। शिव वास योग सुबह से रात 10.01 बजे तक रहेगा। यह समय रुद्राभिषेक के लिए शुभ है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखें कि शुभ काल के दौरान ही भगवान शिव की पूजा करें। इस दौरान पूजा करने से विशेष कार्यों में सफलता मिलती है।
प्रदोष व्रत तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 4 जून को दोपहर 12.18 बजे शुरू होगी। वहीं, यह तिथि 4 जून को रात 10:01 बजे समाप्त होगी। पंचांग के मुताबिक, इस बार प्रदोष व्रत 4 जून को मनाया जाएगा।
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