गौ पालकों को आत्मनिर्भर बनाने और स्वदेशी गायों की संख्या बढ़ाने को लेकर नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत शुरू की गई मुख्यमंत्री स्वदेशी गोवर्धन योजना में बरेली मंडल को भी शामिल कर लिया गया है। इसके तहत उन्नत नस्ल की दो स्वदेशी गाय खरीदने पर गोपालक को 80 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। दुग्ध आयुक्त एवं मिशन निदेशक शशि भूषण लाल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
सीवीओ डाॅ. मेघश्याम ने बताया कि गौ पालकों गुजरात समेत दूसरे प्रदेशों से साहिवाल, थारपारकर गिर और संकर प्रजाति की गाय खरीदता है तो उसको यात्रा भाड़ा, रास्ते में ठहरने, पशु बीमा समेत अन्य मदों पर खर्च होने वाली धनराशि पर सब्सिडी दी जाएगी। दो गायों का खर्च दो लाख रुपये माना गया है। जिसका 40 प्रतिशत यानी अधिकतम 80 हजार रुपये मिलेंगे। योजना का लाभ उठाने के लिए गोपालक के पास पर्याप्त जगह होनी चाहिए। योजना के तहत 50 प्रतिशत महिलाओं को तरजीह दी जाएगी, जबकि 50 प्रतिशत में अन्य वर्ग के लाभार्थी शामिल होंगे। पहले एक ही गाय पर अनुदान मिलता था।
देशी गायों से हो सकती है जीरो बजट खेती
कृषि विशेषज्ञ डाॅ. हरीश कुमार के अनुसार एक देशी गाय रोज औसतन 11 किलो गोबर करती है, जिससे एक एकड़ जमीन में जीरो बजट की खेती करना संभव है। देशी गाय के गोबर और मूत्र से किसान भू-पोषक द्रव्य ‘जीवामृत’ भी बना सकते हैं।
स्रोत : अमृत विचार