समय से पहले शुरू हो जाएंगे तीनों एसटीपी

234 करोड़ की लागत से हरुनगला, बुखारा और नैनीताल रोड पर बन रहे प्लांट का 80 फीसदी काम पूरा

ऐसे में जब ज्यादातर प्रोजेक्ट तय समय के सालों बाद भी पूरे नहीं हो पाए हैं, यह राहत भरी खबर है कि 234 करोड़ की लागत से शहर में निर्माणाधीन तीन एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) लक्ष्य से आठ महीने पहले ही शुरू हो जाने की उम्मीद है। अगस्त 2022 में शुरू हुआ उनका निर्माण अगस्त 2024 में पूरा होने था लेकिन इसके 80 फीसदी पूरा होने के बाद अब दिसंबर 2023 में ही तीनों प्लांट शुरू करने का दावा किया जा रहा है। प्लांट शुरू होते ही रामगंगा में शहर के नालों का गंदा पानी गिरने का सिलसिला थम जाएगा।

जल निगम ग्रामीण की एक्सईएन कुमकुम गंगवार के मुताबिक नमामि गंगे परियोजना के तहत इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड तीनों एसटीपी बना रही है। हरुनगला में बीसलपुर रोड के पास 42 एमएलडी, नैनीताल रोड पर ततारपुर में एक एमएलडी और बारी नगला में चौबारी नाले पर 20 एमएलडी का एसटीपी बन रहा है, तीनों का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। ये एसटीपी सिक्वेंसियल बैच रियेक्टर (एसबीआर) तकनीक पर आधारित हैं। इनके सीवर लाइन डाली जा चुकी है। सेटेलाइट तिराहे से बीसलपुर चौराहे तक राइसिंब लाइन (पाइप डालने) का काम बाकी है जो एक मीटर गहराई में डाली जाएगी। इसके लिए सेटेलाइट तिराहे पर पंप स्टेशन बनाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों की मेहनत से बरेली यूपी में पहला जनपद होगा जहां तय समय से आठ महीने पहले सभी प्लांट बनकर तैयार हो जाएंगे।

दिल्ली में भी स्क्रीन पर दिखेगा आक्सीजन का स्तर
तीनों एसटीपी को 15 साल तक चलाने और रखरखाव की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था ही उठाएगी। अफसरों के मुताबिक ये प्लांट ऑटोमोड में चलेंगे। स्क्रीन पर देखा जा सकेगा कि ट्रीट किए पानी में ऑक्सीजन का क्या स्तर है। पूरी तरह कंप्यूटराज्ड होने के कारण दिल्ली में बैठे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर भी पानी की गुणवत्ता की निगरानी कर सकेंगे।

हरुनगला एसटीपी में 13 नालों का पानी शोधित होगा
बैरियर टू चौकी के पास से सेटेलाइट तिराहे तक नकटिया नदी में गिरने वाले 13 नालों के पानी को हरुनगला के एसटीपी में शोधित किया जाएगा। इनमें धौरेरा माफी बैरियर नाला, धौरेरा माफी गांव नाला, सौ फुटा रोड नाला, जगतपुर पुलिस चौकी नाला, सुपर सिटी नला, सनराइज कालोनी नाला, आशीष रायल पार्क नाला, रुहेलखंड विवि नाला, महानगर नाला, हरुनगला नाला, हरुनगला नाला दो, ग्रीन पार्क नाला, सेटेलाइट बस नाला शामिल है।

सुभाषनगर के नालों का पानी चौबारी में होगा साफ
शहर के तमाम मोहल्लों का पानी नालों के जरिए सुभाषनगर की ओर पहुंचता है। सुभाषनगर पुलिया पर तीन नाले मिलकर राजीव कॉलोनी से आगे निकलते हैं। बदायूं रोड के नाले का पानी भी करगैना होते हुए चौबारी पहुंचता है। इन नालों का पानी चौबारी के एसटीपी से शोधित होकर रामगंगा नदी में गिरेगा। ततारपुर में बन रहे एसटीपी में देवरनियां नदी में गिरने वाले एयरफोर्स नाले के पानी को शोधित किया जाएगा।

तीनों एसटीपी करीब 80 फीसदी बन चुके हैं। 15 साल तक कार्यदायी संस्था ही इन्हें चलाएगी। अगस्त 2024 तक काम पूरा करने के लक्ष्य से आठ महीने पहले इसी साल दिसंबर प्लांट शुरू हो जाएंगे। सीवर लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़कों का निर्माण भी सोमवार से शुरू हो जाएगा— राजवर्धन, प्रोजेक्ट मैनेजर इनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड।

स्रोत : अमृत विचार

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