पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) की पाई प्लेटफॉर्म्स (Pai Platforms) ने ONDC (ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स) के लिए PaiPai नाम का एक ऐप लाया था। यह ऐप इस महीने की शुरुआत में आया था। मनीकंट्रोल को अब सूत्रों के हवाले से पता चला है कि यह गलती से गूगल के प्ले स्टोर (Play Store) पर लॉन्चिंग के तय कार्यक्रम से पहले ही लॉन्च हो गया था। बता दें कि इस ऐप में पेटीएम (Paytm) की हिस्सेदारी नहीं है लेकिन दोनों की पैरेंट कंपनी एक ही है- वन97 कम्यूनिकेशंस (One97 Communications)।
PaiPai अब फिर कब होगा लॉन्च
यह ऐप अब प्ले स्टोर पर नहीं है। जिन यूजर्स ने इसे पहले डाउनलोड किया था, उन्हें स्थायी रूप से लॉग आउट कर दिया गया है यानी कि अब यह ऐप उनके लिए काम का नहीं रहा। सूत्रों का यह भी कहना है कि यह ऐप का बीटा वर्जन था और अभी इसमें फीचर्स बढ़ाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इस ऐप को पूर्ण रूप से लॉन्च होने में कम से कम एक या दो महीने लगेंगे। वहीं ऐप के प्रवक्ता का कहना है कि यह ऐप कंपनी की इनोवेशन की प्रतिबद्धता को दिखाता है। इसे फिर कब रीलॉन्च किया जाएगा, इसे लेकर उन्होंने कोई खुलासा नहीं किया
ONDC पर Paytm की है निगाहें
पेटीएम को ओएनडीसी बड़े मौके के तौर पर दिख रहा है। पिछले साल दिल्ली में एक इंडस्ट्री इवेंट में पेटीएम के विजय शेखर शर्मा ने कहा था कि 2025 के आखिरी तक वह ONDC पर कम से कम 1 करोड़ दुकानदारों को अपने से जोड़ना चाहते हैं। उस समय उन्होंने कहा था कि पेटीएम के जरिए ONDC पर पहले ही 1.18 करोड़ यूजर्स शॉपिंग कर चुके थे।
ई-कॉमर्स में पेटीएम ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड (पाई प्लेटफॉर्म्स) पहले ही अपने हाथ जला चुकी है। इसने पेटीएम मॉल (Paytm Mall) ऐप बनाया था। इसने अलीबाबा (Alibaba) और सॉफ्टबैंक (SoftBank) जैसे निवेशकों से वर्ष 2018 की शुरुआत में 200 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर 40 करोड़ डॉलर जुटाया था। हालांकि यह दांव सफल नहीं रहा और वर्ष 2022 में अलीबाबा ने 100 करोड़ रुपये से थोड़े ही अधिक वैल्यूएशन पर इसमें अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी थी।
हालांकि अब ONDC के चलते टेक कंपनियों के बीच एक बार फिर ई-कॉमर्स को लेकर क्रेज बना है। ओला (Ola), फोनपे (PhonePe), मीशो (Meesho) और शिपरॉकेट (Shiprocket) जैसी कई तकनीकी यूनिकॉर्न ONDC के जरिए रिटेल पर एमेजॉन (Amazon), फ्लिपकार्ट (Flipkart), जोमैटो (Zomato) और स्विगी (Swiggy) जैसे दिग्गज प्लेयर्स के दबदबे को फीका करने की कोशिश में हैं। पिछले छह महीने में ओएनडीसी पर मासिक खुदरा खरीदारी का वॉल्यूम छह गुना बढ़कर मार्च में 36 लाख पर पहुंच गया जबकि सितंबर 2023 में यह करीब 6 लाख पर था।