Micro SIP Investment Plan | details and minimum investment amount | माइक्रो SIP में KYC की जरूरत नहीं: यह छोटे निवेशकों के लिए बेहतर ऑप्शन, इसमें ₹100 के मिनिमम निवेश से भी बनेगा लाखों का फंड


नई दिल्ली24 मिनट पहले

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माइक्रो SIP के जरिए हर महीने ₹100 रुपए का निवेश 10 साल में ₹23 हजार हो सकता है। - Dainik Bhaskar

माइक्रो SIP के जरिए हर महीने ₹100 रुपए का निवेश 10 साल में ₹23 हजार हो सकता है।

अगर आप म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश का प्लान कर रहे हैं, लेकिन एक बार में ज्यादा अमाउंट जमा नहीं कर सकते तो, आपके लिए ‘माइक्रो SIP’ (माइक्रो- सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है।

इसके जरिए आप 100 रुपए महीने के मिनिमम निवेश से भी लाखों का फंड क्रिएट कर सकते हैं। देश के अधिकतर फंड हाउसेस कम से कम 500 या 1000 रुपए से निवेश शुरू करने का प्लान ऑफर करते हैं। लेकिन कुछ फंड हाउसेस 100 रुपए को मिनिमम अमाउंट से भी निवेश की अनुमति देते हैं।

क्या है माइक्रो SIP?

माइक्रो SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरिका है। इसमें निवेशक 100 रुपए की मिनिमम मंथली कॉन्ट्रीब्यूशन के साथ इन्वेस्टमेंट की शुरुआत कर सकता है। फंड हाउस ऐसे निवेश के ऑप्शन छोटे निवेशकों को अट्रैक्ट करने के लिए लॉन्च करते हैं।

म्युचुअल फंड में निवेश को ज्यादा किफायती और आसान बनाने के लिए फंड हाउसेस ने इसमें हर महीने जमा की जाने वाली राशि को कम कर 50 रुपए तक करने की तैयारी कर रहें है। निवेश का यह तरीका निवेशक के एवरेज मंथली इन्वेस्टमेंट को कम कर देता है।

म्यूचुअल फंड माइक्रो SIP के फायदे:

  • कम SIP राशि: माइक्रो SIP की सबसे खास बात यह है कि इसमें निवेश की राशि कम होती है, जो कि मात्र 100 रुपए से शुरू होती है। कम बजट के निवेशकों के लिए यह एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
  • फ्लेक्सिबल इन्वेस्टमेंट: माइक्रो SIP फ्लेक्सिबल होते हैं। इन्वेस्टर इसे अपने फाइनेंशियल जरूरत या क्षमता के हिसाब से एडजस्ट कर सकते हैं। इससे निवेश का प्रोसेस सहज और आसान हो जाता है।
  • सिम्प्लिफाइड KYC: माइक्रो SIP के लिए KYC कराना जरूरी नहीं है। क्योंकि यह किसी एक फाइनेंशियल ईयर में जमा राशि 50,000 रुपए से ज्यादा नहीं है। इससे लोगों के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करना आसान हो जाता है।

क्या लंबे समय वाला SIP निवेश फायदे का सौदा होता है?

म्यूचुअल फंड की कई किस्में हैं जैसे इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड आदि। अक्सर देखा जाता है कि इक्विटी फंड में निवेश लंबे समय में अधिक लाभकारी साबित होता है। इसकी वजह यह है इक्विटी फंड में लंबे समय तक SIP करने से शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का जोखिम कम हो जाता है।

शेयर बाजार के निचले स्तर और ऊंचे स्तर का एक औसत रिटर्न बनता है और साथ ही कम्पाउंडिंग का फायदा भी मिलता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि छोटी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड नहीं हैं। निवेशक अपनी जरूरत और निवेश की अवधि को ध्यान में रखते हुए डेट या हाइब्रिड फंड में भी SIP कर सकते हैं।

डेली SIP में पैसा लगाना सही है या मंथली?

SIP में जरिए म्यूचुअल फंड्स में डेली, मंथली, क्वाटर्ली निवेश करने का विकल्प है। पिछले कुछ सालों में रिसर्च में जो फैक्ट्स सामने आए हैं उससे पता चलता है कि लम्बी अवधि में इस बात से कोई विशेष फर्क नहीं पड़ता कि आप एक महीने में कितनी बार SIP कर रहें हैं यदि पूरे महीने की गई SIP का योग समान है।



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