डिलीवरी के बाद महिलाओं को कई शारीरिक और हार्मोनल बदलावों का सामना करना पड़ता है, जिनमें बगल में गांठ (Armpit Lumps) की समस्या को भी शामिल किया जा सकता है। यह समस्या अक्सर स्तनपान कराने वाली महिलाओं में देखने को मिलती है, लेकिन इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं। बगल में गांठ का होना चिंता का कारण हो सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में ये गांठें गंभीर नहीं होती हैं और उचित देखभाल से ठीक हो सकती हैं। इस लेख में यशोदा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट स्नेह सिंह से जानते हैं कि डिलीवरी के बाद बगल में होने वाली गांठ के कारणों और इसे कम करने के उपायों क्या हो सकते (How To Reduce Armpit Lumps After Delivery) हैं?
डिलीवरी के बाद बगल में गांठ के कारण – Causes Of Armpit Lumps After Delivery in Hindi
दूध का इकट्ठा होना (मिल्क क्लॉगिंग)
स्तनपान कराने के दौरान कभी-कभी दूध के नलिकाएं (डक्ट्स) बंद हो जाती हैं, जिससे दूध बगल की ओर जमा हो सकता है और गांठ का रूप ले सकता है। इसे मिल्क क्लॉगिंग कहा जाता है। इसमें महिला को दर्द हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर गंभीर नहीं होता है।
फैटी टिश्यू का इकट्ठा होना
कुछ महिलाओं में फैटी टिश्यू का इकट्ठा होना भी गांठ का कारण बन सकता है। यह अक्सर बड़ी समस्या का कारण नहीं होता है, लेकिन कभी-कभी डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक होता है।
लिम्फ नोड्स की सूजन
लिम्फ नोड्स शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली का हिस्सा होते हैं और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। डिलीवरी के बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव और संक्रमण के कारण लिम्फ नोड्स में सूजन हो सकती है, जिससे बगल में गांठ उत्पन्न हो सकती है।
हार्मोनल बदलाव
डिलीवरी के बाद शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन जैसे हार्मोनों में बदलाव होता है, जिससे स्तनों में सूजन और गांठ बनने की संभावना बढ़ जाती है। यह अक्सर दूध बनने की प्रक्रिया से संबंधित होता है।
बगल में गांठ को कम करने के उपाय – How To Reduce Armpit Lumps After Delivery in Hindi
गर्म पानी से सिंकाई करें
बगल की गांठ को कम करने के लिए गर्म पानी से सिंकाई एक प्रभावी उपाय हो सकता है। गर्म पानी से प्रभावित स्थान पर धीरे-धीरे सिंकाई करें, जिससे रक्त प्रवाह बढ़ता है और दूध के जमे हुए हिस्से ढीले हो सकते हैं।
मालिश करें
बगल में गांठ होने पर धीरे-धीरे मालिश करना दूध की नलिकाओं को खोलने में मदद करता है। नहाने के दौरान या गर्म पानी की सिंकाई के बाद बगल और स्तन की ओर हल्की मालिश करें, जिससे जमे हुए दूध को बाहर निकालने में मदद मिलेगी।
स्तनपान कराना जारी रखें
यदि गांठ मिल्क क्लॉगिंग के कारण हो रही है, तो स्तनपान जारी रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यह दूध की नलिकाओं को खाली करने और गांठ को कम करने में मदद करता है। बच्चे को सही ढंग से स्तनपान कराने की तकनीक सीखें ताकि दूध का प्रवाह बेहतर हो सके।
स्तनपान के बाद स्तनों को खाली करें
स्तनपान के बाद यदि दूध बचा रह जाता है, तो पंप या हाथ से स्तनों को पूरी तरह से खाली करने की कोशिश करें। यह दूध के जमने से बचाएगा और गांठ बनने की संभावना को कम करेगा।
उचित ब्रा पहनें
सही साइज की ब्रा पहनना जरूरी है, ताकि स्तनों को उचित सपोर्ट मिले और दूध की नलिकाएं सही ढंग से काम कर सकें। ज्यादा तंग ब्रा पहनने से दूध की नलिकाएं बंद हो सकती हैं और गांठ बनने की संभावना बढ़ सकती है।
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अगर, बगल में गांठ में दर्द हो रहा हौ और वह कुछ दिनों में ठीक न हो, गांठ के साथ बुखार आना, मूवमेंट करने में परेशानी, ब्रेस्टफीडिंग में परेशानी होना आदि स्थिति में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यदि, घरेलू उपाय से आराम मिलता है तो पहले ऊपर बताए उपायों को अपनाएं।
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