क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान अक्सर रहते हैं कब्ज से परेशान, इन 5 तरीकों से पाएं छुटकारा | how to deal with constipation during intermittent fasting in hindi


How To Deal With Constipation During Intermittent Fasting In Hindi: इंटरमिटेंट फास्टिंग खाने का एक तरीका है। इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब है कि कुछ घंटों तक फास्टिंग करनी है और इसके बाद भोजन करना है। आमतौर पर इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन कम करने या कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। इस तरह की फास्टिंग की मदद से भूख में कमी आती है और मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वालों को कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि लंबे समय तक खाना न खाना या खानपान की आदतों में कंसीस्टेंसी न होना, कब्ज को बढ़ावा दे सकता है। अगर आपको इंटरमिटेंट फास्टिंग करनी है, तो जरूरी है कि आपको कब्ज की समस्या से निपटने के तरीकों के बारे में पता हो। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए कब्ज से कैसे राहत पा सकते हैं? इस संबंध में डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की।

इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए कब्ज से छुटकारा पाने के टिप्स- How To Deal With Constipation During Intermittent Fasting In Hindi

खूब पानी पिएं

यह ध्यान रखें कि आपको इंटरमिटेंट फास्टिंग करें या न करें। हर व्यक्ति को पानी खून पीना चाहिए। वैसे भी इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए लोग कई तरह की रिस्ट्रिक्डि डाइट फॉलो करते हैं। ऐसे में कब्ज की शिकायत का खतरा बढ़ जाता है। इसे कम करने के लिए आवश्यक है कि आप खूब पानी पिएं। पानी पीने से न सिर्फ बॉडी डिहाइड्रेशन से बच सकती है, बल्कि बाउल मूवमेंट में भी सुधार होता है। ऐसे में पाचन प्रक्रिया को बेहतर तरीके से कम करने में मदद मिलती है।

इसे भी पढ़ें: अगर कब्ज से पाना चाहते हैं छुटकारा तो ट्राई करें ये 5 आसान टिप्स, जल्द होगी समस्या दूर

फाइबर बेस्ट फूड खाएं

इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए आपको आपको अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा फाइबर शामिल करना चाहिए। अगर आप फाइबर का सेवन करते हैं, तो ऐसे में पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती है। आपको बता दें कि पाचन संबंधी समस्या के कारण पेट की कई अन्य बीमारियां भी घर कर सकती हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए आपको लो फाइबर फूड जैसे चिप्स, फास्ट फूड या प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

फल-सब्जियों का सेवन करें

इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए हर व्यक्ति को चाहिए कि वे अपनी डाइट में फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। इनमें भरपूर पोषक तत्व होते हैं। इससे शरीर को न्यूट्रिशन मिलता है और बॉडी हमेशा एनर्जेटिक रहती है। दरअसल, कई बार गलत तरीके से इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के कारण व्यक्ति कमजोरी और थकान महसूस कर सकता है। वहीं, अगर आप नियमित रूप से फल और सब्जियां खाते हैं, तो ऐसी शिकायतें दूर हो जाती हैं। अपनी डाइट में साबुत अनाज भी शामिल करना फायदेमंद हो सकता है

इसे भी पढ़ें: कब्ज से छुटकारा पाने के लिए खानपान में करें ये 5 बदलाव

शारीरिक रूप से सक्रिय रहें

एक्सरसाइज करना हर व्यक्ति के लिए फायदेमंद होता है। अगर आप वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं, तो निश्चित रूप से एक्सरसाइज करें। वर्कआउट करने से न सिर्फ आपको बॉडी एर्जेटिक रहती है, बल्कि बाउल मूवमेंट को भी सपोर्ट मिलता है। इससे पाचन से जुड़ी समस्याओं में भी कमी आती है। यहां तक कि डाइजेस्टिव ट्रैक भी सही तरह से काम करता है। अगर आप कोई हैवी वर्कआउट नहीं करना चाहते हैं, तो रोजाना वॉकिंग या जॉगिंग जरूर करें। इससे शरीर को बहुत फायदा मिलता है।

रेगुलर शौच जाएं

कई लोगों रेगुलर शौच जाने की आदत नहीं बनाते हैं। इस तरह के लोगों को अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आवश्यक है कि आप रोजाना शौच जाने की आदत बनाएं। कुछ दिनों तक नियमित रूप से इस आदत को फॉलो करने के बाद, अपने आप शौच होने लगता है। ऐसे में कब्ज की समस्या भी धीरे-धीरे कम हो जाती है। इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वालों खासतौर पर इसे आदत को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए।

All Image Credit: Freepik

Read Next

एलर्जिक और नॉन एलर्जिक अस्थमा में क्या अंतर होता है? जानें इन दोनों के लक्षण

Disclaimer

इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।



Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version