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- Hindenburg Gautam Adani Controversy | New Allegation $310 Million Freeze, Adanai Denies
मुंबई9 मिनट पहले
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अडाणी ग्रुप के चीफ गौतम की उम्र 62 साल है। फोर्ब्स के अनुसार उनकी सालाना नेटवर्थ 7.13 लाख करोड़ रुपए है।
अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 12 सितंबर को अडाणी ग्रुप पर एक नया आरोप लगाया। X पर एक पोस्ट के जरिए कहा गया कि स्विटजरलैंड में मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के तहत ग्रुप के 6 स्विस बैंक अकाउंट्स में 310 मिलियन डॉलर फ्रीज कर दिए गए हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि “स्विस क्रिमिनल कोर्ट के नए रिकॉर्ड के अनुसार प्रॉसीक्यूटर्स ने बताया है कि कैसे अडाणी ग्रुप से जुड़े एक शख्स ने बिना पहचान उजागर किए बीवीआई/मॉरीशस और बरमूडा फंडों में इन्वेस्ट किया।
स्विस मीडिया आउटलेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिनेवा पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ऑफिस अडाणी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग के पहला आरोप लगाने से बहुत पहले ही ग्रुप के गलत कामों की जांच कर रहा था।
हालांकि गुरुवार देर रात अडाणी ग्रुप ने इस नई रिपोर्ट पर सफाई दी है। जिसमें उसने इन सभी आरोपों को झूठा बताया, साथ ही कहा कि ये सब उनकी मार्केट वैल्यू गिराने के लिए किया जा रहा है।
अडाणी ग्रुप ने मीडिया से कहा- अगर खबर छापें तो हमार पूरा बयान जोड़ें अडाणी ग्रुप ने शुक्रवार को जारी एक ब्लॉग में कहा, “अडाणी ग्रुप का किसी भी स्विस अदालती कार्यवाही से कोई संबंध नहीं है। न ही हमारी कंपनी का कोई अकाउंट जब्त किया गया है। हमारा ओवरसीज होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह ट्रांसपैरेंट और कानून के मुताबिक है। हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हमारी प्रतिष्ठा और मार्केट वैल्यू को नुकसान पहुंचाने के लिए काम करने वालों की एक और कोशिश है।”
स्टेटमेंट के आखिर में मीडिया से यह भी कहा गया है कि वे इस खबर को पब्लिश न करें, अगर वे इसे छापते हैं तो ग्रुप का पूरा बयान शामिल करें।
अडाणी ग्रुप ने शुक्रवार देर रात यह बयान जारी किया है।
अडाणी ग्रुप पर लगाए थे मनी लॉन्ड्रिंग, शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी आई। इस रिपोर्ट को लेकर भारतीय शेयर बाजार रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने हिंडनबर्ग को 46 पेज का कारण बताओ नोटिस भी भेजा था।
1 जुलाई 2024 को पब्लिश किए अपने एक ब्लॉग पोस्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि नोटिस में बताया गया है कि उसने नियमों उल्लंघन किया है। कंपनी ने कहा, SEBI ने आरोप लगाया है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में पाठकों को गुमराह करने के लिए कुछ गलत बयान शामिल हैं। इसका जवाब देते हुए हिंडनबर्ग ने SEBI पर ही कई तरह के आरोप लगाए थे।
रिपोर्ट के बाद शेयर अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 59% गिरा था
24 जनवरी 2023 (भारतीय समय के अनुसार 25 जनवरी) को अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर का प्राइस 3442 रुपए था। 25 जनवरी को ये 1.54% गिरकर 3388 रुपए पर बंद हुआ था। 27 जनवरी को शेयर के भाव 18% गिरकर 2761 रुपए पर आ गए थे। 22 फरवरी तक ये 59% गिरकर 1404 रुपए तक पहुंच गए थे। हालांकि, बाद में शेयर में रिकवरी देखने को मिली।
हालांकि, अडाणी ने किसी भी गलत काम के आरोपों से इनकार किया। ऐसे में अडाणी ग्रुप ने अपना 20,000 करोड़ का फॉलोऑन पब्लिक ऑफर भी कैंसिल कर दिया। केस की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई और सेबी ने भी मामले की जांच की।
कोर्ट के फैसले के बाद अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा था, ‘कोर्ट के फैसले से पता चलता है कि सत्य की जीत हुई है।