Constipation Danger Signs Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज की शिकायत होना आम समस्या है। दरअसल, इन दिनों महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में उन्हें कब्ज की परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, अगर महिला पर्याप्त मात्रा में फाइबर नहीं ले रही है, तो भी इसका बुरा प्रभाव उनके पाचन तंत्र पर पड़ सकता है। महिला को चाहिए कि कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए सभी जरूरी उपाय आजमाएं। हालांकि, कुछ महिलाओं के साथ ऐसा होता है कि कब्ज की कंडीशन बहुत ज्यादा बिगड़ जाती है। वैसे भी इन दिनों का भार बढ़ जाता है, जिसका दबाव पेट के निचले हिस्से पर ज्यादा पड़ता है। ऐसे में बाउल मूवमेंट बाधित होने लगता है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, जरूरी है कि आप अपनी इस समस्या का निदान करें। इस लेख में हम आपको ऐसे संकेतों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे पता चलता है कि कब्ज खतरनाक रूप ले चुका है। जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
प्रेग्नेंसी के दौरान नजर आने वाले कब्ज के गंभीर संकेत- Constipation Danger Signs Pregnancy In Hindi
मल में खून आना
प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज होना कोई नई समस्या नहीं है। अक्सर महिलाओं को इन दिनों मल प्रक्रिया में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। लेकिन, जब मल में खून आने, लगे तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। दरअसल, मल प्रक्रिया के दौरान खून तब आता है जब मल काफी सख्त हो जाता है और निकलने के दौरान एनस छिल जाती है। यह सही नहीं है। महिला को तुरंत डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए।
इसे भी पढ़ें: गर्भवती हैं और कब्ज से हैं परेशान? तो जानें प्रेगनेंसी में कब्ज का कारण और इससे राहत पाने के उपाय
पेट दर्द होना
अगर कब्ज के कारण महिला कई-कई दिनों तक टॉयलेट नहीं जाती है, तो भी सही नहीं है। इसे भी आप खतरे का संकेत समझ सकते हैं। दरअसल, कई बार ऐसा होता है कि टॉयलेट न जाने के कारण मल कई दिनों तक पेट में फंसा रहता है। ऐसे में पेट में गैस बन जाती है। अगर गैस सही तरह से बाहर न निकल सके, तो ऐसे में पेट में दर्द भी हो सकता है।
टॉयलेट करने के दौरान दर्द होना
साधारण कब्ज होने पर मल हल्का टाइट हो जाता है। हल्का दबाव बनाने पर मल निकल जाता है। अगर स्थिति इससे उलट हो यानी अगर मल त्यागते समय बहुत ज्यादा प्रेशर बनाना पड़ रहा है और मल निकलते समय दर्द भी हो रहा है, तो यह सही नहीं है। आपको बता दें कि इस तरह की कंडीशन की अनदेखी करना सही नहीं है।
इसे भी पढ़ें: प्रेगनेंसी में कब्ज होने पर अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय, जल्द मिलेगी राहत
ब्लोटिंग महसूस होना
सामान्यतः अगर आप एक से दो दिनों तक टॉयलेट नहीं जाते हैं, तो पेट फूलने का अहसास होता है। अगर किसी को कब्ज की समस्या है, तो ब्लोटिंग बहुत ज्यादा महसूस होती है। वहीं, प्रेग्नेंट महिला कई दिनों मल का त्याग नहीं करती है, तो इससे न सिर्फ पेट फूलने का असास होता है, बल्कि हर समय असहजता लगी रहती है। यहां तक कि कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता है। यह भी संकेत भी खतरनाक कब्ज की ओर इशारा कर रहा है।
https://www.youtube.com/watch?v=GkxxXy6t2do
सप्ताह में एक या दो बार मल त्यागना
आपने अक्सर नोटिस किया होगा कि अगर आप एक या दो दिन टॉयलेट नहीं जाते हैं, तो इससे तबियत खराब महसूस होने लगती है। यह सब कब्ज का ही संकेत हैं। वहीं, अगर प्रेग्नेंट महिला एक सप्ताह में महज एक या दो बार मल त्याग करे, तो यह सही संकेत नहीं है। इसका मतलब है कि मल अब भी पेट में है। इसकी वजह से पेट में गैस बनती है, जो पेट दर्द और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसा कंडीशन में महिला को तुरंत डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाना चाहिए। ध्यान रखें कि प्रेग्नेंट महिला को रोजाना टॉयलेट जाना चाहिए और अपना पेट साफ रखना चाहिए।
All Image Credit: Freepik
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।