Chaitra Navratri 2024: कई शुभ योग में मनाए जाएंगे चैत्र नवरात्र, पूजा का मिलेगा दोगुना फल


इस बार चैत्र नवरात्र पर एक नहीं बल्कि कई शुभ संयोग बन रहे हैं। नवरात्र के पहले दिन अभिजीत मुहूर्त के साथ सर्वार्थसिद्धि और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं।

By Ekta Sharma

Publish Date: Thu, 28 Mar 2024 01:14 PM (IST)

Updated Date: Thu, 28 Mar 2024 01:14 PM (IST)

Chaitra Navratri 2024

HighLights

  1. ये नौ दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित होते हैं।
  2. दोपहर 12.03 बजे से 12.54 बजे तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा।
  3. 9 अप्रैल 2024 से चैत्र नवरात्र शुरू होंगे।

धर्म डेस्क, इंदौर। Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्र हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। देवी के भक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। ये नौ दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित होते हैं। जो भी नवरात्र में पूरी श्रद्धा भाव के साथ पूजा करता है, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, साथ ही देवी मां की कृपा भी प्राप्त होती है।

शुभ संयोग में मनाए जाएंगे नवरात्र

इस बार चैत्र नवरात्र पर एक नहीं बल्कि कई शुभ संयोग बन रहे हैं। नवरात्र के पहले दिन अभिजीत मुहूर्त के साथ सर्वार्थसिद्धि और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं। सुबह 7.35 बजे के बाद पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग रहेगा। इसके बाद दोपहर 12.03 बजे से 12.54 बजे तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। इस बार नवरात्र काफी शुभ होने वाले हैं।

इस दिन से शुरू होंगे नवरात्र

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल 2024 को रात 11:51 बजे शुरू होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 9 अप्रैल को रात 8:29 बजे होगा। उदया तिथि के अनुसार, 9 अप्रैल 2024 से चैत्र नवरात्र शुरू होंगे।

चैत्र नवरात्र नियम

चैत्र नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक देवी मां के निमित्त उपवास रखा जाता है। नवरात्र के हर दिन पूजा-पाठ से जुड़ी की परंपराएं प्रचलित हैं। नवरात्र के पहले दिन, लोग घटस्थापना करते हैं, जो मां दुर्गा की उपस्थिति का प्रतीक है और त्योहार की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। व्रत के आठवें दिन कन्याओं की विशेष पूजा की जाती है और उन्हें भोजन कराया जाता है। इसके बाद नवमी पर रामनवमी मनाई जाएगी। पूरी श्रद्धा के साथ इन नियमों का पालन करने से देवी मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

  • ABOUT THE AUTHOR

    एकता शर्मा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं और बीते 2 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। डिजिटल मीडिया में काम करने का अनुभव है। साल 2022 से जागरण न्यू मीडिया (JNM) से जुड़ी हैं और Naiduni



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