सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है पहाड़ों में पाई जाने वाली बिच्छू बूटी, जानें किन बीमारियों में आती है काम | arogya with ayurveda what is nettle leaf herb explained benefits side effects ways to consume in hindi


What is Nettle Leaf in Hindi: प्राचीन समय से भारत में लोगों के इलाज के लिए और बीमारियों से बचाव के लिए पेड़-पौधे और जड़ी बूटियों को औषधियों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। आज के समय में भी लोग आयुर्वेदिक इलाज और जड़ी बूटियों की ओर अपना रुख कर रहे हैं। इन जड़ी बूटियों में बिच्छू बूटी भी शामिल है, जिसे डंक मारने वाले पौधे के रूप में भी जाना जाता है। बिच्छू बूटी (Nettle Leaf)पहाड़ी इलाकों पर उगने वाला एक पौधा है, जिसे कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस बूटी का वैज्ञानिक नाम अर्टिका डाइओका (Urtica dioica) है। बिच्छू बूटी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होने के साथ कई हीलिंग प्रोपर्टी भी होती है, जो शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। बता दें कि ओन्लीमायहेल्थ, आयुर्वेद के महत्व को बढ़ाने और लोगों में आयुर्वेदिक इलाज और जड़ी बूटियों से जुड़ी सही जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से ‘अरोग्य विद आयुर्वेद’ नाम की सीरिज चला रहा है। आज इस सीरिज में हम आपको बिच्छू बूटी के फायदे-नुकसान और सेवन के सही तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं बिच्छू बूटी के बारे में-

बिच्छू बूटी किन बीमारियों में उपयोग किया जाता है? 

  • जोड़ों का दर्द और गठिया जैसी समस्या को दूर करने में बिच्छू बूटी के सूजन-रोधी गुण काफी फायदेमंद होते हैं। 
  • बिच्छू बूटी गुर्दे के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, यूरिन के रास्ते में होने वाले इंफेक्शन (यूटीआई) को कम करने में मदद करता है और पानी के प्रतिधारण को कम करता है।
  • यह अपने रक्त-शोधक गुणों के लिए जाना जाता है, जो स्किन से जुड़ी समस्याओं जैसे एक्जिमा, मुंहासे और पित्ती जैसी समस्याओं के लिए प्रभावी है। 
  • बिच्छू बूटी एक नेचुरल एंटीहिस्टामाइन के रूप में काम करता है और एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। 
  • बिच्छू बूटी आयरन से भरपूर होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के कम स्तर को बढ़ाने और खून की कमी पूरी करने में फायदेमंद है। 

इसके अलावा बिच्छू बूटी शरीर को डिटॉक्सिफाइ करने, पीरियड्स, अस्थमा, और बालों आदि से जुड़ी समस्याओं को कम करने या दूर करने में भी काफी फायदेमंद होता है। 

बिच्छू बूटी की तासीर क्या होती है?

आयुर्वेद के अनुसार बिच्छू बूटी की तासीर ठंडी होती है, और यह स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है, जिसके सेवन से पित्त दोष को संतुलित करने में मदद मिलता है। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर और हल्का कसैला है, जो कफ को ठीक करता है, लेकिन वात प्रकृति वाले लोगों को इसका सेवन कम या नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह वात दोष को बिगाड़ सकता है। 

बिच्छू बूटी खाने के फायदे

  • बिच्छू बूटी विटामिन (ए, सी, के) और मिनरल्स (आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम)  जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो आपके ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देता है। 
  • इसके एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। 
  • बिच्छू बूटी का सेवन पाचन को बढ़ावा देता है और सूजन, गैस और अन्य पाचन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। 
  • इस जड़ी बूटी का सेवन आपके शरीर को डिटॉक्स करता है, जिससे स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। 

बिच्छू बूटी का सेवन कैसे करें? 

बिच्छू बूटी की चाय

बिच्छू बूटी का सेवन करने का सबसे आम तरीका है इसकी चाय बनाकर पीना। इस जड़ी बूटी की चाय बनाने के लिए आप इसके पत्तों को साफ पानी से धो लें और फिर एक गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा न हो जाएं और फिर इस चाय को पिएं। 

कैप्सूल या सप्लीमेंट 

बिच्छू बूटी मार्केट में आपको कैप्सूल या सप्लीमेंट के रूप में आसानी से मिल जाएगी। जिसके लिए आप इसका सेवन आसानी से कर सकते हैं। 

ताजी पत्तियों का सेवन

बिच्छू बूटी की ताजी पत्तियों का सेवन भी आप कर सकते हैं। आप चाहे तो इन पत्तियों को अन्य हरी पत्तेदार सब्जियों की तरह भाप में पकाकर खा सकते हैं। 

पाउडर के रूप में

बिच्छू बूटी का सेवन आप पाउडर के रूप में भी कर सकते हैं। इसका पाउडर बनाने के लिए आप इसकी ताजी पत्तियों को लेकर धूप में सूखा लें और फिर मिक्सर जार में डालकर महीन पाउडर बना लें। इस पाउडर को आप स्मूदी, छाछ में मिला पी सकते हैं या अपने खाने के ऊपर भी छिड़क कर खा सकते हैं।  

बिच्छू बूटी का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?

  • गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिच्छू बूटी का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, इसका सेवन आपके गर्भाशय के संकुचन को बढ़ा सकता है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन न करना ही बेहतर होता है।
  • लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्तियों को इस जड़ी बूटी का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपके शरीर के ब्लड प्रेशर को और ज्यादा कम कर सकता है। 
  • डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए अगर आप दवाओं का सेवन करते हैं तो इस जड़ी बूटी को खाने से बचना चाहिए। क्योंकि यह आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल और ज्यादा कम कर सकता है। 

आयुर्वेद में बिच्छू बूटी एक शक्तिशाली प्राकृतिक उपचार हो सकता है, जो आपको कई समस्याओं से बचाने में मदद करता है। लेकिन अगर आप इसका सेवन करने जा रहे हैं तो किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें, ताकि किसी भी तरह के साइड इफेक्ट को होने से बचाया जा सके।

Image Credit: Freepik 



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