8 साल के बच्चे में सामने आया डिमेंशिया का दुर्लभ मामला, बुढ़ापे में होती है ये बीमारी | 8 year old boy diagnosed with childhood dementia report know signs in hindi


डिमेंशिया मेंटल हेल्थ से जुड़ी एक समस्या है, जो आमतौर पर लोगों को बुढ़ापे में होती है। कुछ मामलों में किसी कारणवश यह कम उम्र में भी हो सकती है। लेकिन अमेरिका से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक 8 साल का बच्चा डिमेंशिया से पीड़ित पाया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक यह डिमेंशिया का ही एक प्रकार है, जो काफी दुर्लभ है। चलिए जानते हैं बचपन में डिमेंशिया होने पर शरीर में कौन से लक्षण देखने को मिल सकते हैं। 

पिछले साल डायग्रोस हुआ था बेटन डिजीज 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 8 वर्षीय ग्रेसन नैफ ओहियो को पिछले साल बेटन डिजीज डायग्रोस हुआ था। आमतौर पर बच्चों को डिमेंशिया बहुत कम होता है। इस बीमारी में आंखों से कम दिखने के साथ ही साथ सीजर्स, भाषा में बदलाव होने के अलांवा मोटर स्किल में बदलाव होने जैसी स्थिति भी हो सकती है। बेटन डिजीज बच्चों में होने वाला एक डिसऑर्डर है, जो नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इस डिसऑर्डर से ब्रेन में मौजूद सेल्स क्षतिग्रस्त होने लगती हैं। 

बचपन या कम उम्र में डिमेंशिया के लक्षण 

  • कुछ मामलों में या कम उम्र के बच्चों को भी डिमेंशिया हो सकता है। कम उम्र में डिमेंशिया होने पर भी कई लक्षण दिख सकते हैं। 
  • ऐसे में बच्चों के व्यवहार में बदलाव आने के साथ ही साथ उनमें गुस्सा या फिर चिड़चिड़ापन होने जैसी समस्या भी हो सकती है। 
  • सोचने-समझने में कमी होने के अलावां बच्चों को किसी चीज को समझने में कठिनाई भी हो सकती है। 
  • इसके साथ ही साथ बच्चों को किसी भी चीज को समझने में सामान्य से अधिक समय लगना भी डिमेंशिया का संकेत हो सकता है। 

डिमेंशिया से बचने के तरीके 

  • बच्चों को डिमेंशिया से बचाए रखने के लिए शुरुआत से ही उन्हें व्यायाम, एक्सरसाइज के साथ ही शारीरिक गतिविधियों में शामिल कराएं। 
  • डिमेंशिया से बचने के लिए बच्चों को मेमोरी पावर बढ़ाने वाले फूड्स खिलाएं। 
  • इसके लिए उनपर प्रेशर नहीं डालें साथ ही साथ तनाव न लेने दें। 
  • इसके लिए उनसे दिमाग वाली एक्सरसाइज कराएं। 



Source link

Exit mobile version