क्या आंखों में ड्राईनेस दूर करने के ल‍िए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल सही है? डॉक्‍टर से जानें | is it safe to use eye drops for dryness in hindi


Is It Safe To Use Eye Drops For Dryness: कुछ लोगों को आंखों में ड्राईनेस महसूस होती है। आंखों में रूखेपन के कारण दर्द और जलन का एहसास होता है। ड्राई आंखों में हर समय खुजली महसूस होती रहती है। अगर आपकी आंखें ड्राई हैं, तो रेडनेस नजर आ सकती है। ड्राईनेस के कारण आंखों के  चारों ओर से असहज महसूस हो सकता है। आंखों में रूखापन बढ़ने से पानी न‍िकलने लगता है। ड्राई आई के कारण साफ नहीं द‍िखता, व‍िजन ब्‍लर हो जाता है। कुछ लोग ड्राई आंखों से छुटकारा पाने के ल‍िए आई ड्रॉप्‍स का इस्‍तेमाल करने लगते हैं। लेक‍िन डॉक्‍टर की सलाह के बगैर आई ड्रॉप्‍स का इस्‍तेमाल कि‍तना सही है, इसका जवाब क‍िसी के पास नहीं होता। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि ड्राई आंखों के ल‍िए आई ड्रॉप्‍स का इस्‍तेमाल करना सही है या नहीं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने दुर्गा सहाय नर्स‍िंग होम, यूपी बि‍जनौर के नेत्र रोग व‍िशेषज्ञ डॉ व‍िनीत माथुर से बात की।

आंखें ड्राई होने के कारण- Causes of Dry Eyes 

  • उम्र बढ़ने के साथ आंखों में मौजूद प्राकृत‍िक नमी की उत्पत्ति कम हो जाती है ज‍िसके कारण आंखें ड्राई होने लगती हैं।
  • जो लोग धूल या धुएं व वायु प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं उनकी आंखें भी रूखी हो जाती हैं।
  • एयर कंडीशनर की हवा लगने के कारण या ठंडी हवा के कारण आंखें ड्राई हो जाती हैं।
  • स्‍क्रीन या लैपटॉप पर ज्‍यादा देर काम करने के कारण भी आंखों में ड्राईनेस आ जाती है।
  • ज्‍यादा देर कॉन्‍टेक्‍ट लेंस लगाने के कारण आंखों में रूखेपन की समस्‍या होने लगती है।
  • पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन न करने के कारण भी आंखों में ड्राईनेस की समस्‍या हो जाती है।
  • डायब‍िटीज, थायराइड और ऑटोइम्यून बीमार‍ियों में आंखें ड्राई हो जाती हैं।
  • लंबे समय तक धूप में रहने के कारण भी आंखों में ड्राईनेस आ जाती है।
  • बीटा-ब्लॉकर्स, एन्टीडिप्रेसेंट्स, एंटीहिस्टामीन आद‍ि का सेवन करने के कारण भी आंखें ड्राई हो जाती हैं। 

इसे भी पढ़ें- आंखों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए फॉलो करें एक्‍सपर्ट के बताए डाइट ट‍िप्‍स, तेज होगी आंखों की रोशनी

आंखों की ड्राईनेस के ल‍िए आई ड्रॉप्‍स डालना सही है?- Eye Drops For Dryness

नेत्र रोग व‍िशेषज्ञ डॉ व‍िनीत माथुर ने बताया क‍ि आंखों की ड्राईनेस का स्‍तर जांचकर हम मरीज को आई ड्रॉप्‍स सजेस्‍ट करते हैं। लेक‍िन डॉक्‍टर की सलाह के बगैर ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप्‍स का इस्‍तेमाल मरीज के ल‍िए हान‍िकारक हो सकता है। ड्राई आंखों के ल‍िए डॉक्‍टर की सलाह के बगैर कोई भी आई ड्रॉप आंखों में नहीं डालना चाह‍िए। कुछ लोग आई ड्रॉप्‍स खरीदकर उसे आंखों में डालना शुरू कर देते हैं। लेक‍िन आई ड्रॉप्‍स में भी केमि‍कल्‍स मौजूद होते हैं इसल‍िए द‍िन में 4 बार से ज्‍यादा आई ड्रॉप्‍स का इस्‍तेमाल नहीं करना चाह‍िए। इसके अलावा लोग एक्‍सपायरी और बोतल का कैप चेक क‍िए बगैर आई ड्रॉप्‍स खरीद लाते हैं, इससे आंखों में इन्‍फेक्‍शन हो सकता है। आंखो को हेल्‍दी रखने के ल‍िए आप डॉक्‍टर की सलाह पर ही आई ड्रॉप्‍स का इस्‍तेमाल करें।   

उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें। 

Read Next

क्या आपको भी दोपहर में लंच के बाद नींद आने लगती है? हो सकते हैं ये 5 कारण

Disclaimer

इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।



Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version