छह दिवसीय चंपा षष्ठी पर्व शुक्रवार से होंगे शुरू, मराठी समाज के लोग करेंगे पूजा


महाराष्ट्र में भगवान शिव के अवतार खंडोबा को किसानों के देवता के रूप में पूजा जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। महादेव की पूजा करने से हमारे पाप मिट जाते हैं। चंपा षष्ठी का व्रत करने से सुख-शांति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से पूर्व जन्म के पाप धुल जाते हैं।

By Brajendra verma

Publish Date: Thu, 05 Dec 2024 05:21:04 PM (IST)

Updated Date: Thu, 05 Dec 2024 05:27:51 PM (IST)

चंपा षष्ठी पर्व 6 दिसंबर से।

HighLights

  1. -अरेरा कालोनी, शास्त्री नगर सहित अन्य स्थानों पर होंगे कार्यक्रम
  2. पूजा का शुभारंभ मार्गशीर्ष की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होगा।
  3. छह दिवसीय उत्सव मंदिर में श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया जाएगा।

नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी में चंपा षष्ठी पर्व सात दिसंबर शनिवार को धूमधाम से मनेगी। खंडोबा उत्सव महाराष्ट्र का प्रमुख त्योहार है। भोपाल में मराठी समाज इसे बड़ी धूमधाम से मनाता है। महाराष्ट्र में भगवान शिव के अवतार खंडोबा को किसानों के देवता के रूप में पूजा जाता है।

इस दौरान शहर के शास्त्री नगर साई मंदिर परिसर में बने खंडोबा मंदिर में भी चंपा षष्ठी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। यहां विराजमान खंडोबा की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।

चंपा षष्ठी पर हल्दी, खोपरा उड़ाया जाएगा। इस मौके पर मंदिर में कई धार्मिक अनुष्ठान होंगे। खडोबा उत्सव पूजा का शुभारंभ मार्गशीर्ष की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होगा। छह दिवसीय उत्सव मंदिर में श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया जाएगा।

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व्रत रखकर पूजा अर्चना

  • 84 भैरव में से मल्हारी मार्तंड खंडोबा भी एक हैं। महाराष्ट्र में निवासरत अनेक परिवारों के यह कुल देवता हैं।
  • धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शंकर ने मलहारी मार्तंड का रूप धारण कर मणिमल्ल नामक राक्षस का वध किया था। यह दिन चंपा षष्ठी का था।
  • छह दिवसीय इस महोत्सव को हर साल काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
  • जिस तरह नवरात्र का व्रत रखकर पूजा अर्चना की जाती है। इसी तरह इसे भी छह दिवसीय नवरात्र पर्व के रूप में मनाया जाता है।



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