Bada Mangal 2024: इस दिन मनाया जाएगा आखिरी बड़ा मंगल, जानिए सही तारीख और पूजा विधि

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माना जाता है कि इस दिन भगवान हनुमान प्रसन्न मुद्रा में रहते हैं और वे भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। बड़ा मंगल व्रत के दिन भगवान हनुमान के मंदिर जाना चाहिए और उन्हें चमेली का तेल, सिंदूर आदि चढ़ाना चाहिए। ऐसा करना बहुत ही शुभ होता है।

By Ekta Sharma

Publish Date: Mon, 17 Jun 2024 01:57:44 PM (IST)

Updated Date: Mon, 17 Jun 2024 01:57:44 PM (IST)

आखिरी बड़ा मंगल कब मनाया जाएगा?

HighLights

  1. ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को माना जाता है बड़ा मंगलवार
  2. बड़ा मंगल व्रत के दिन सच्चे मन से करें पूजा-पाठ
  3. हनुमान जी की पूजा से मजबूत होती है मंगल और शनि की स्थिति

धर्म डेस्क, इंदौर। Bada Mangal 2024: मंगलवार का दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी को समर्पित माना जाता है। विशेष कार्यों में सफलता पाने के लिए इस दिन भगवान के निमित्त व्रत भी रखा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार को भगवान श्री राम और हनुमान जी की मुलाकात हुई थी। ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार का बहुत महत्व माना जाता है। इस बार ज्येष्ठ का आखिरी बड़ा मंगल 18 जून को मनाया जाने वाला है।

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बड़ा मंगल पूजा विधि

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। सूर्य देव को जल चढ़ाएं। एक चौकी पर हनुमान जी की मूर्ति रखें। उन्हें सिंदूर अर्पित करें और फूलों की माला चढ़ाएं। शुद्ध घी का दीपक जलाएं और आरती करें। फिर उन्हें लड्डू, आदि चीजों का भोग लगाएं। इस दिन सच्चे मन से सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें।

इस दिन गरीबों को धन, भोजन और वस्त्र दान करें। कहा जाता है कि भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त हो, तो व्यक्ति भयमुक्त रहता है। साथ ही तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं।

बड़ा मंगल महत्व

हिंदू धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि भगवान हनुमान अमर देवताओं में से एक माने जाते हैं। मान्यता है कि प्रत्येक मंगलवार या बड़े मंगल को हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति को रोग, दोष और नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही ग्रह दोष से भी राहत मिलती है।

हनुमान जी की पूजा करने से कुंडली में मंगल या शनि की स्थिति मजबूत होती है। बजरंगबली की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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