Usher Syndrome Awareness Day 2024 : बच्चों को जन्म के साथ कई तरह की बीमारियां होती हैं। जन्म के साथ होने वाली कई बीमारियों का इलाज दवाओं और थेरेपी के जरिए हो जाता है। वहीं, कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिसका कोई इलाज नहीं होता है। बच्चों को जन्मजात होने वाली बीमारियों में से एक है अशर सिंड्रोम। अशर सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों को अक्सर हीन भावना से देखा जाता है। इस दुर्लभ बीमारी के प्रति जागरूकता लाने और वैश्विक स्तर पर अशर सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों को इलाज के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए हर साल सितंबर के तीसरे शनिवार को अशर सिंड्रोम अवेयरनेस डे मनाया जाता है।
अशर सिंड्रोम अवेयरनेस डे (Usher Syndrome Awareness Day 2024 ) के खास मौके पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। अशर सिंड्रोम अवेयरनेस डे के खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं, क्या है ये बीमारी और इससे पीड़ित होने पर बच्चे में क्या लक्षण नजर आते हैं, इसके बारे में।
अशर सिंड्रोम क्या है? – What is Usher syndrome?
मायो क्लिनिक की रिपोर्ट के अनुसार, अशर सिंड्रोम एक दुर्लभ विकार है। इस विकार से पीड़ित बच्चे को सुनने और देखने में परेशानी होती है। अशर सिंड्रोम के लक्षण बच्चों में जन्मजात ही नजर आते हैं या कुछ मामलों में अशर सिंड्रोम के लक्षण जन्म के बाद कुछ माह के बाद दिखाई दे सकते हैं। वर्तमान में अशर सिंड्रोम का कोई सटीक इलाज नहीं है। हालांकि इसके लक्षणों को थेरेपी के जरिए ठीक किया जा सकता है।
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अशर सिंड्रोम कितने प्रकार का होता है?- How many types of Usher syndrome
मुख्य रूप से अशर सिंड्रोम तीन प्रकार का होता है।
टाइप 1: जन्म के समय सुनने की क्षमता में कमी और संतुलन संबंधी समस्याएं होती हैं। यदि आपके बच्चे को इस प्रकार का अशर सिंड्रोम है, तो उसे गंभीर सुनने की क्षमता में कमी या पूरी तरह से सुनने की क्षमता में कमी होगी। इसके साथ ही बच्चा जब चलना शुरू करेगा, तो उसे संतुलन संबंधी समस्या होगी।
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टाइप 2: अशर सिंड्रोम टाइप 2 वाले बच्चों को सुनने में हल्की परेशानी होती है। लेकिन उन्हें चलते समय किसी प्रकार का संतुलन बनाने में परेशानी नहीं होती है। हालांकि अशर सिंड्रोम विकार टाइप 2 पीड़ित बच्चों को उम्र बढ़ने के साथ-साथ देखने में परेशानी हो सकती है।
टाइप 3: यह प्रकार बहुत दुर्लभ है। टाइप 3 अशर सिंड्रोम वाले लोगों में जन्म के समय सामान्य सुनने और देखने की क्षमता होती है। बचपन के अंत में उनमें सुनने की क्षमता कम होने लगती है और जैसे-जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती है, बच्चे के देखने की क्षमता कम हो जाती है।
अशर सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं?- What are the symptoms of Usher syndrome?
मायो क्लीनिक की रिपोर्ट के अनुसार, अशर सिंड्रोम से पीड़ित होने पर बच्चे को सुनने, देखने, बोलने और चलते-फिरते वक्त संतुलन बनाने में परेशानी होती है। जन्म के बाद बच्चा रोता नहीं है या किसी व्यक्ति को देखकर रिएक्शन नहीं देता है, तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
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