र‍िफीड‍िंग स‍िंड्रोम क्‍या होता है? जानें इसके लक्षण, कारण और इलाज | refeeding syndrome symptoms causes treatment in hindi

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Refeeding Syndrome in Hindi: हमारे शरीर के ल‍िए खाना जरूरी है। अगर हम भोजन करना छोड़ देंगे, तो बीमारी शरीर को घेर लेगी। भोजन को छोड़ना और फ‍िर अचानक से खाना दोनों ही स्‍थ‍ित‍ि शरीर के ल‍िए हान‍िकारक होती है। शरीर में जब अचानक से इलेक्‍ट्रोलाइट्स और तरल संतुलन लौटता है, तो शारीर‍िक तंत्रों पर इसका प्रभाव द‍िखता है। आप सोच रहे होंगे, क‍ि ऐसी स्‍थ‍ित‍ि कब होगी, जब व्‍यक्‍त‍ि खाने को पूरी तरह से छोड़ देता है? दरअसल एनोरेक्सिया यानी भूख न लगने की स्‍थ‍ित‍ि या अन्‍य क‍िसी ईट‍िंग ड‍िसआर्डर में व्‍यक्‍त‍ि खाना पूरी तरह से छोड़ देता है। इसके अलावा लंबे समय तक लो-एनर्जी डाइट लेने के कारण, कैंसर ट्रीटमेंट, गंभीर मेड‍िकल कंडीशन में व्‍यक्‍त‍ि खाना नहीं खाता और जब वह दोबारा खाने का सेवन शुरू करता है, तो र‍िफीड‍िंग स‍िंड्रोम की स्‍थ‍ित‍ि बन सकती है। इस लेख में हम जानेंगे र‍िफीड‍िंग स‍िंड्रोम के लक्षण, कारण और इलाज। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्‍प‍िटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की। 

रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम क्‍या है?- What is Refeeding Syndrome 

रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम (Refeeding Syndrome) एक गंभीर मेड‍िकल कंडीशन है, जो लंबे समय तक भूख या कुपोषण के बाद अचानक से खाने के कारण या पोषक तत्‍वों को फ‍िर से लेने के दौरान होती है। यह एक तरह की जानलेवा स्‍थ‍ित‍ि भी हो सकती है। कुपोषण के बाद जब डॉक्‍टर आपको दोबारा न्‍यूट्र‍िएंट्स देते हैं, तो कई बार शरीर के अंगों पर इसका नकारात्‍मक असर देखने को म‍िलता है। इसे ही र‍िफीड‍िंग स‍िंड्रोम का नाम द‍िया गया है। यह एक तरह का इलेक्‍ट्रोलाइट असंतुलन है।    

रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम के लक्षण- Refeeding Syndrome Symptoms 

  • हाइपोफॉस्फेटेमिया (शरीर में फॉस्‍फेट की कमी) के कारण शरीर में कमजोरी, सांस लेने में कठिनाई, हृदय की असामान्यताएं देखने को म‍िल सकती हैं।
  • हाइपोकैलेमिया (पोटैश‍ियम की कमी) के कारण मांसपेशियों में कमजोरी, ऐंठन, हृदय की समस्याएं हो सकती हैं। 
  • हाइपोमैग्नेसिमिया (मैग्नीशियम की कमी) के कारण मांसपेशियों की ऐंठन, मानसिक भ्रम, हृदय की असामान्यताएं हो सकती हैं। 
  • फ्लुइड रिटेंशन के कारण वजन बढ़ना, एडिमा (सूजन), हृदय की समस्याएं आद‍ि देखने को म‍िल सकती हैं। 

रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम क्‍यों होता है?- Refeeding Syndrome Cause 

रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम तब होता है जब एक व्यक्ति, जो लंबे समय तक कुपोषित रहा है, अचानक से पर्याप्त मात्रा में कैलोरी और पोषक तत्वों का सेवन करने लगता है। इस स्थिति में शरीर की कोशिकाएं तेजी से खाने से म‍िली एनर्जी का इस्‍तेमाल करना शुरू कर देती हैं, जिससे इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे कि फॉस्फेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम की ड‍िमांड बढ़ जाती है। जब इनकी पर्याप्त मात्रा शरीर को नहीं म‍िलती, तो शरीर में इन पोषक तत्‍वों की कमी हो जाती है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।

रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम का इलाज- Refeeding Syndrome Treatment 

  • धीरे-धीरे कैलोरीज और पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाएं, अचानक से सभी पोषक तत्‍वों का सेवन करने से बचें। 
  • डॉक्‍टर की सलाह पर इलेक्ट्रोलाइट्स और अन्य जरूरी तत्वों की मात्रा की जांच करवानी चाह‍िए। 
  • जरूरत के अनुसार फॉस्फेट, पोटैशियम और मैग्नीशियम र‍िच चीजों खाएं। 
  • डॉक्टर की निगरानी में पोषण पुनः शुरू करना चाह‍िए।
  • जरूरत पड़ने पर, इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूड्स को आईवी की मदद से दिया जा सकता है।
  • रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम के खतरे को कम करने के लिए थायमिन (विटामिन B1) द‍िया जाता है।
  • रि‍फ‍ीड‍िंग स‍िंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जिसे रोकने और कंट्रोल करने के लिए पेशेवर डॉक्‍टर की मदद और निगरानी की जरूरत होती है।

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