आज के समय में हर किसी के पास मोबाइल फोन है। हाल ही में आपने कॉलिंग के दौरान एक बड़ा परिवर्तन देखा होगा। जब आप किसी को कॉल कर रहे होंगे तो आपको एक कॉलर ट्यून सुनाई दे रही होगी। आप चाहे किसी भी टेलिकॉम ऑपरेटर्स के नंबर्स पर कॉल करें एक कॉमन कॉलर ट्यून सुनाई देगी। इस कॉलर ट्यून में साइबर फ्रॉड को लेकर सचेत किया जा रहा है। अगर आपको नहीं मालूम है कि यह कॉलर ट्यून क्यों बजाई जा रही है तो आइए आपको इसकी डिटेल जानकारी देते हैं।
DOT ने इसलिए उठाया कदम
इंरनेट और स्मार्टफोन के इस्तेमाल बढ़ने के बाद पिछले कुछ समय में साइबर फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। साइबर क्रिमिनल्स लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं। हाल में डिजिटल अरेस्ट के मामले तेजी से सामने आए हैं। साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों से लेकर सरकार तक की तरफ से लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसी प्रयास के तहत अब यूजर्स के लिए एक नई कॉलर ट्यून पेश की गई है।
केंद्र सरकार के टेलिकॉम विभाग की तरफ से टेलिकॉम कंपनियों Jio, Airtel, Vi और BSNL को अपने अपने ग्राहकों के लिए साइबर क्राइम जागरूकता वाली कॉलर ट्यून चलाने के लिए कहा है। विभाग की तरफ से टेलिकॉम कंपनियों को यह कॉलर ट्यून दिन में 8-10 बार चलाने के लिए कहा गया है। यहि वजह है कि आपको कभी तो यह सुनाई देती होगी और कभी नहीं।
सह सप्ताह बदलेगी कॉलर ट्यून
टेलिकॉम कंपनियों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि ये कॉलर ट्यून इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर की तरफ से उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग की तरफ से यह आर्डर कुछ ही दिन पहले जारी किया गया है। टेलिकॉम कंपनियों को साइबर क्राइम से संबंधित कॉलर ट्यून को हर सप्ताह प्रवाइड कराया जाएगा। मतलब आपको हर सप्ताह एक नई कॉलर ट्यून सुनाई देगी।
यह भी पढ़ें- BSNL 4G-5G को कब किया जाएगा लॉन्च, TCS ने फाइनली कर दिया बड़ा ऐलान