फिनटेक यूनिकॉर्न इनक्रेड के ग्रुप CFO विवेक बंसल और कोटक महिंद्रा बैंक के प्रेसिडेंट सुनील डागा अपना खुद का स्टार्टअप लॉन्च करने की तैयारी में हैं। यह MSME फोकस्ड वेंचर सारथी फाइनेंस होगा। दोनों अधिकारी वर्तमान में अपनी-अपनी फर्म्स में नोटिस पीरियड पर हैं और नए वेंचर के लिए फंडिंग सिक्योर करने के लिए निवेशकों के साथ जुड़ रहे हैं। अगस्त में रजिस्टर्ड सारथी फाइनेंस ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास NBFC (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
स्टार्टअप 1,000 करोड़ रुपये की अनुमानित वैल्यूएशन के साथ 600 करोड़ रुपये की इक्विटी जुटाने के लिए प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स के साथ चर्चा कर रहा है। मनीकंट्रोल को सोर्सेज से पता चला है कि पूंजी का एक हिस्सा बंसल और डागा की ओर से रह सकता है।
20 लाख रुपये तक का लोन देना स्टार्टअप
सारथी फाइनेंस स्टार्टअप MSMEs को 5-20 लाख रुपये तक का सिक्योर्ड लोन देने पर फोकस करने की योजना बना रहा है। वेतनभोगी व्यक्तियों को 1-5 लाख रुपये तक का अनसिक्योर्ड लोन दिया जाएगा। सिक्योर्ड लेंडिंग सारथी के इन-हाउस NBFC से आएगी। वहीं पर्सनल लोन, को-लेंडिग मॉडल में अन्य वित्तीय संस्थानों और फिनटेक के साथ साझेदारी के माध्यम से डिलीवर किए जाएंगे। स्टार्टअप डिजिटल-फर्स्ट B2B2C सुपर ऐप के माध्यम से शहरी और अर्ध-शहरी ग्राहकों को टारगेट करने की योजना बना रहा है।
फिनटेक NBFCs में बढ़ रही इनवेस्टर्स की रुचि
यह वेंचर ऐसे समय में आया है, जब फिनटेक NBFCs में निवेशकों की रुचि बढ़ रही है, खासकर उन NBFCs में जो अंडर सर्व्ड MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) की कर्ज जरूरतों को पूरा करते हैं। फिनटेक NBFCs वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। डिजिटल लेंडिंग और NBFC संचालन को लेकर रेगुलेटरी क्लैरिटी बढ़ने के कारण इस क्षेत्र में लगातार वृद्धि देखी गई है।