By: Inextlive | Updated Date: Mon, 30 Dec 2024 12:22:20 (IST)
बरेली (ब्यूरो)। वर्ष 2024 को खत्म होने में अब महज एक ही दिन शेष है। एक साल के अंदर मंडल में बिजली चोरों ने खूब धमाल मचाया। इसका प्रमाण 2718 प्राथमिकी है। इसमें एक किलोवाट से लेकर पांच किलोवाट तक के घरेलू कनेक्शन धारक भी हैं तो व्यवसायिक कनेक्शन वालों ने भी चोरी में खुद को पीछे नहीं रखा। बरेली के दोनों डिवीजन बिजली चोरी के मामले में अव्वल रहे तो शाहजहांपुर मंडल में दूसरे स्थान पर रहा। बिजली चोरी में बदायूं को तीसरा जबकि पीलीभीत में बिजली चोरी के कम मामले दर्ज किए गए। कुल प्राथमिकी में बरेली शहर 816 प्राथमिकी दर्ज हुई तो बहेड़ी व आंवला सहित अन्य ग्रामीणांचल में 600 प्राथमिकी दर्ज की गई। शाहजहांपुर में 565 तो बदायूं में 484 प्राथमिकी दर्ज की गई। सबसे कम पीलीभीत में 282 प्राथमिकी दर्ज की गई। दो किलोवाट के कनेक्शन धारकों के यहां सबसे अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई। इसमें कुल प्राथमिकी 1624 दर्ज किया गया। जबकि तीन किलोवाट तक के कनेक्शन 401 जबकि एक किलोवाट के कनेक्शन वालों की बिजली चोरी 260 प्रकरण में रही। चार किलोवाट के कनेक्शन धारकों के यहां चोरी के 150 जबकि पांच किलोवाट व इससे ऊपर के चोरी के मामलों की संख्या 283 रही। जबकि उद्योग या व्यवसाय के लिहाज से लिए गए अस्थायी कनेक्शनों में चोरी की 2898 प्राथमिकी दर्ज हुई थी। यानी एक साल में 5416 मुकदमा दर्ज किया गया था।
चेङ्क्षकग के मुकाबले सही स्थिति महज तीन से चार प्रतिशत
विभाग ने चारों जिलों में जितनी चेङ्क्षकग की उसमें से महज तीन से चार प्रतिशत ही ऐसे जगह रहे जहां चोरी के मामले सामने नहीं आए। जबकि शेष सभी जगहों पर चोरी के मामले की पुष्टि हुई थी।
प्रवर्तन दल – कुल चेङ्क्षकग – सही प्रकरण
बरेली प्रथम – 852 – 23
बरेली द्वितीय – 678 – 18
शाहजहांपुर – 673 – 11
पीलीभीत – 520 – 78
बदायूं – 791 – 25
कुल – 3514 – 155
बिजली चोरी के मुकदमा व किलोवाट
जनपद – एक किलोवाट – दो किलोवाट -तीन किलोवाट -चार किलोवाट -पांच किलोवाट से अधिक
बरेली प्रथम – 69 – 541 – 125 – 29 – 52
बरेली द्वितीय – 50 – 447 – 37 – 10 – 56
शाहजहांपुर – 42 – 164 – 149 – 88 – 122
पीलीभीत – 42 – 173 – 19 – 9 – 10
बदायूं – 57 – 299 – 71 – 14 – 43
कुल – 260 -1624 – 401 – 150 – 283
औद्योगिक क्षेत्र में भी खूब चोरी हुई बिजली
बरेली : औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही मेला तक में खूब बिजली चोरी भी हुई और प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मंडल में ऐसे मामलों की संख्या भी बहुतायत में है। ऐसे मुकदमा की संख्या 2698 है।
एमएमवी एक – इसके जरिए पेइंग गेस्ट के कनेक्शन, जनता सेवा संस्थान, कुटीर ज्योति कनेक्शन, झुग्गी झोपड़ी में, धार्मिक स्थल के कनेक्शन, आश्रय गृह, आदि को इसमें शामिल किया गया है।
इसके तहत दर्ज कुल मुकदमा – 2505
एलएमवी दो – दुकान, होटल, रेस्तरां, निजी गेस्ट हाउस, निजी ट्रांजिट हाउस, निजी छात्र हाउस, विवाह घर, शोरूम, सिनेमा, थियेटर बैंक आदि इसमें आते हैं।
इसके तहत दर्ज कुल मुकदमा – 155
एलएमवी – छह – इसके तहत कृषि औद्योगिक इकाई, पावर लूम आदि शामिल हैं।
इसके तहत दर्ज कुल मुकदमा – 25
एलएमवी नौ – इसके तहत मेला में रोशनी, अस्थायी दुकान के कनेक्शन, 20 किलोवाट तक की अस्थायी आपूर्ति, समारोह, उत्सव, विवाह आदि के लिए कनेक्शन शामिल है।
इसके तहत दर्ज कुल मुकदमा – 13
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बेहतरी की दिशा में भी काम कर रहा विभाग
– जोन दो में ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि, पांच से दस केवीए।
– बदायूं में चार नए बिजली घर का निर्माण
– 15 बिजली घर के क्षमता में वृद्धि
– लेन केबल को ओवर लोड से बचाने को बदलने का काम।
– प्रमुख कस्बों व शहरों में तार बदलने का काम तेज
– 1913 नए ट्रांसफार्मर लगाने का काम
– प्रेमनगर से राम जानकी मंदिर तक जर्जर हो चुकी एबीसी केबल को बदला।
– डेलापीर सबस्टेशन के स्टेडियम रोड, शिव मंदिर, एमकेखान, डीटीआर फीडर समेत प्रेम नगर से रामजानकी मंदिर तक एबीसी केबल।
– महानगर के आकांक्षा इंक्लेव फीडर, बीडीए कॉलोनी फीडर के ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि
– सुभाषनगर में ट्रांसमिशन तैयार, पवन विहार में सब स्टेशन
– सुभाषनगर क्षेत्र में बिजली संकट दूर करने के लिए 220 केवी का ट्रांसमिशन बनाया गया।
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वर्ष 2025 में बिजली व्यवस्था को सु²ढ किया जा रहा है। आरडीएसएस योजना के तहत काम जारी है। लाइन लास को कम से से कम लाना और ट्रांसफार्मर जलने की संख्या को घटाना है। गर्मी में लोकल फाल्ट में भी कमी आएगी। बिजली चोरी को काफी हद तक रोक दिया जाएगा।
पीके ङ्क्षसह, मुख्य अभियंता मध्यांचल विद्युत वितरण निगम जोन द्वितीय