भीषण लू और गर्मी से मरने लग गई हैं मुर्गियां, इस प्रकार करें बचाव, आइए Khetivyapar पर जानें

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भीषण लू और गर्मी से मरने लग गई हैं मुर्गियां

मुर्गीपालन एक मुनाफे और बड़ा व्यवसाय है जिससे सैकड़ों किसान अपना और अपने परिवार की आजीविका चला रहे हैं। अप्रैल के प्रारंभ से ही भीषण गर्मी होने लगी है इससे ना सिर्फ इंसान बल्कि मवेशियों को भी समस्या होती है। जो किसान मुर्गीपालन कर रहे हैं उन्हें काफी नुकसान सहना पड़ता है क्योंकि आये दिन इस भीषण गर्मी के चलते मुर्गियां मरती हैं और पाल्ट्री उद्योगो से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है। 

गर्मी के चलते मुर्गियों की मौत:

मुर्गियां गर्मी को सहन नहीं कर पाती हैं और मर जाती हैं। देखा गया है कि प्रचंड गर्मी से 100 मुर्गियों में से 4-5 मुर्गियों की मौत हो जाती है। किन्तु आज के समय में 100 मुर्गियों में से लगभग 8-10 मुर्गियों की मौत हो जाती है। मुर्गियों की नस्ल नाजुक होती है जो गर्मी को सहन करने में असमर्थ रहती है। इससे मुर्गीपालक को अधिक नुकसान के साथ चिंता भी बढ़ती है क्योंकि इनकी आजीविका इसी से चलती है।

गर्मियों में मुर्गियों का आहार प्रबंधन: गर्मी के मौसम में मुर्गियों को सुरक्षित रखने के लिये जरूरी है कि उनको स्वस्थ्य और गीला भोजन खिलाना चाहिए। चूजों में लगभग 42 डिग्री सेंटीगेड तापमान आसानी से झेलने की क्षमता होती है। पाल्ट्री या मुर्गी घर में मिट्टी के बर्तन में स्वच्छ एवं ठण्डा पानी हर समय उपलब्ध रहना चाहिए। 

कैसे करें गर्मी से मुर्गियों की बचाव: मुर्गियों को गर्मियों के मौसम में राहत दिलाने के लिये छोटे पंखों फागर्स और निकास पंखे का उपयोग करके या टाट के पर्दे लगाकर मुर्गियों के ऊपर दिन में 4-5 बार स्प्रिंकलर से पानी छिड़कें। इससे मुर्गियों की मौत नहीं होगी। पाल्ट्री फार्म में पक्षियों का जमावड़ा नहीं होने देना चाहिए। मुर्गियों को गर्मी से बचाने के लिय चारों तरफ शेड नेट लगाकर ऊपर से घास डाल दें। सीधी धूप से बचाव एवं हवा आने-जाने का संचरण भी बना रहे साथ ही मुर्गी फार्म की दिषा पूर्व-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।

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