एक मीडिया रिपोर्ट में Hinton के हवाले से बताया गया है कि AI से कई जॉब्स का नुकसान हो सकता है और इससे इनकम में असमानता बढ़ जाएगी। उनका मानना है कि AI से वेल्थ और प्रोडक्टिविटी में बढ़ोतरी होगी लेकिन इकोनॉमी से जुड़े बेनेफिट्स मुख्यतौर पर धनी लोगों को मिलेंगे। इससे वे लोग पीछे रह जाएंगे जिनकी जॉब्स को ऑटोमेशन ने छीन लिया है। Hinton ने कहा कि इससे समाज को नुकसान होगा। रोजगार पर AI के नकारात्मक प्रभावों को घटाने के लिए Hinton ने यूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI) को लागू करना महत्वपूर्ण बताया है। UBI से सरकार सभी लोगों को एक बेसिक सैलरी उपलब्ध कराएगी और इसमें उनकी वित्तीय स्थिति को नहीं देखा जाएगा।
पिछले वर्ष तक अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी Google में जॉब करने वाले Hinton ने कहा कि उन्होंने ब्रिटेन की सरकार को यह बताया है कि UBI एक अच्छा आइडिया है। Hinton चाहते थे कि वह बिना रेगुलेशन वाले AI के खतरों को लेकर स्वतंत्रता के साथ बात करें और इसी कारण से उन्होंने पिछले वर्ष गूगल को छोड़ने का फैसला किया था। AI को लेकर उनकी आशंकाएं जॉब्स के नुकसान से कहीं आगे हैं। इससे पहले Hinton ने बताया था कि AI चैटबॉट्स काफी खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने चेतावनी दी थी कि ये चैटबॉट्स आगामी वर्षों में मनुष्यों से अधिक बुद्धिमान बन सकते हैं और इनका अपराधी गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।
Hinton की एक बड़ी चिंता डिफेंस सेक्टर में AI टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से जुड़ी है। उनका अनुमान है कि अगले कुछ वर्षों में AI का इंटेलिजेंस में इस्तेमाल बढ़ सकता है और ये सिस्टम खुद फैसले कर सकते हैं। ये बहुत से महत्वपूर्ण ठिकानों पर नियंत्रण करने का प्रयास भी कर सकते हैं। इससे बड़ा नुकसान होने की आशंका है। Hinton की इन चेतावनियों से सरकारों के लिए इस टेक्नोलॉजी की रेगुलेटरी और नैतिक चुनौतियों से निपटने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत दिख रही है। A
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