Zomato co-founder Akriti Chopra resigns with immediate effect | जोमैटो की को-फाउंडर आकृति चोपड़ा ने इस्तीफा दिया: 13 साल से कंपनी में काम कर रहीं थीं, इस खबर से पहले जोमैटो का शेयर 2% गिरा


मुंबई20 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
आकृति चोपड़ा जोमैटो की ब्लिंकइट के CEO अल्बिन्दर ढींढसा की पत्नी भी हैं। - Dainik Bhaskar

आकृति चोपड़ा जोमैटो की ब्लिंकइट के CEO अल्बिन्दर ढींढसा की पत्नी भी हैं।

फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो की को-फाउंडर और चीफ पीपुल ऑफिसर आकृति चोपड़ा ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। आकृति पिछले 13 साल से कंपनी में काम कर रहीं थीं। जोमैटो ने शुक्रवार को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी।

आकृति चोपड़ा ने अपने एग्जिट मेल में लिखा, ‘दीपिंदर गोयल, जैसा कि डिस्कस किया गया था, औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा भेज रही हूं, जो आज 27 सितंबर 2024 से प्रभावी है। पिछले 13 साल की जर्नी अविश्वसनीय रूप से समृद्ध रही। हर चीज के लिए धन्यवाद। मैं हमेशा बस एक कॉल दूर हूं।’

आकृति चोपड़ा ब्लिंकइट के CEO अल्बिन्दर ढींढसा की पत्नी हैं

दीपिंदर गोयल, जोमैटो के को-फाउंडर और CEO हैं। आकृति चोपड़ा ब्लिंकइट के CEO अल्बिन्दर ढींढसा की पत्नी भी हैं। आकृति चोपड़ा लगभग दो सालों के अंदर कंपनी से बाहर निकलने वाली 5वीं को-फाउंडर हैं।

आकृति चोपड़ा के रिजाइन की खबर से पहले शुक्रवार को कंपनी का शेयर 2.08% की गिरावट के साथ 278 रुपए पर बंद हुआ।

आकृति चोपड़ा से पहले 4 को-फाउंडर छोड़ चुके हैं कंपनी

आकृति चोपड़ा से पहले को-फाउंडर गुंजन पाटीदार, पंकज चड्ढा, गौरव गुप्ता और मोहित गुप्ता कंपनी का साथ छोड़ चुके हैं। पंकज चड्ढा 2018 में और गौरव गुप्ता 2021 में कंपनी छोड़ गए थे।

CTO गुंजन पाटीदार ने जनवरी 2023 में दिया था इस्तीफा

चोपड़ा से पहले सीनियर पोजिशन के कई अन्य लोग भी जोमैटो का साथ छोड़ चुके हैं। पूर्व CTO गुंजन पाटीदार ने जनवरी 2023 में को-फाउंडर मोहित गुप्ता के कंपनी छोड़ने के कुछ हफ्ते बाद इस्तीफा दे दिया था।

लगभग उसी वक्त कंपनी के न्यू इनिशिएटिव्स हेड और पूर्व फूड डिलीवरी चीफ राहुल गंजू और जोमैटो की इंटरसिटी लीजेंड्स सर्विस के हेड सिद्धार्थ झावर ने भी इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, जोमैटो राहुल गंजू और प्रद्योत घाटे को वापस ले आई है।

कंपनी का मुनाफा ₹2 करोड़ से बढ़कर ₹253 करोड़ हुआ

जोमैटो ने 1 अगस्त को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए थे। अप्रैल-जून तिमाही में जोमैटो का मुनाफा सालाना आधार पर 126.5 गुना बढ़कर 253 करोड़ रुपए हो गया है।

एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 2 करोड़ रुपए था। पहली तिमाही में जोमैटो की आय (रेवेन्यू) 74% बढ़कर 4,206 करोड़ हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में रेवेन्यू 2,416 करोड़ रुपए था।

दीपिंदर ने 2008 में बनाई थी फूडीबे, फिर नाम बदल कर जोमैटो किया

  • दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने मिलकर साल 2008 में फूडीबे नाम से अपनी फूड डायरेक्टरी वेबसाइट लॉन्च की थी। केवल नौ महीनों में, FoodieBay दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई।
  • दो सक्सेसफुल साल के बाद 2010 में, कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में अपनी सफलता के तुरंत बाद कंपनी ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में ब्रांच फैलानी शुरू कर दी।
  • 2012 तक जोमैटो ने श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस में अपनी सर्विसेज बढ़ाकर विदेशों में विस्तार करना शुरू कर दिया था। 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील को इस लिस्ट में जोड़ा गया।
  • जोमैटो देश का पहला फूडटेक यूनिकॉर्न है। 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है। जोमैटो ने पहली बार फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही में 2 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।
  • जोमैटो एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो ग्राहकों, रेस्तरां पार्टनर्स और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ता है। फूड डिलीवरी के अलावा ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने अगस्त 2022 में ब्लिंकिट खरीदा था।



Source link

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Exit mobile version