टाइप 2 डायबिटीज एक क्रॉनिक मेटाबॉलिक बीमारी है जिसमें शरीर इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाता, जिससे ब्लड शुगर लेवल का स्तर बढ़ जाता है। इस बीमारी में एक आम लक्षण थकान है, जो व्यक्ति की दिनचर्या पर गहरा असर डाल सकती है। डायबिटीज में थकान के कारण व्यक्ति के लिए मुश्किल भरे हो सकते हैं क्योंकि इसमें शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य प्रभावित होता है। ब्लड शुगर लेवल का असंतुलन, शरीर में एनर्जी की कमी और इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण अक्सर शरीर में एनर्जी नहीं बन पाती, जो थकान का मुख्य कारण है। इसके साथ ही, हाई ब्लड शुगर लेवल से डिहाइड्रेशन, नींद की समस्याएं और मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है, जिससे थकान की समस्या और बढ़ जाती है। डायबिटीज से जुड़ी थकान का बचाव मुमकिन है। इस लेख में जानेंगे टाइप 2 डायबिटीज में थकान होने के कारण और बचाव के उपाय। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
- जब ब्लड शुगर का स्तर ज्यादा हो जाता है, तो किडनी को इसे कंट्रोल करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या और थकान हो सकती है।
- इंसुलिन रेजिस्टेंस से ग्लूकोज का सही से इस्तेमाल नहीं हो पाता, जिससे मांसपेशियों में ऊर्जा की कमी होती है और व्यक्ति जल्दी थक जाता है।
- टाइप 2 डायबिटीज से प्रभावित व्यक्तियों में स्लीप एपनिया जैसी नींद संबंधी समस्याएं ज्यादा देखी जाती हैं। यह समस्या शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाने से थकान को बढ़ा देती है।
- डायबिटीज के कारण लगातार मानसिक तनाव भी होता है। चिंता और तनाव की स्थिति में शरीर की एनर्जी कम हो जाती है, जिससे व्यक्ति में आलस्य और थकान बढ़ जाती है।
- डायबिटीज में अक्सर लोग एक्टिव नहीं रह पाते, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और थकान का एहसास होता है।
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टाइप 2 डायबिटीज में थकान से बचने के उपाय- Tiredness Prevention in Type 2 Diabetes
- ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करना जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर सही दवाइयां लें और नियमित रूप से ब्लड शुगर चेक करें। संतुलित डाइट लें जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा नियंत्रित हो।
- हल्का-फुल्की एक्सरसाइज, जैसे- वॉकिंग, योग और स्ट्रेचिंग करने से शरीर में ऊर्जा बढ़ाती है और मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने में मदद मिलती है।
- डिहाइड्रेशन थकान को बढ़ाता है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करते रहें।
- भोजन में प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स को शामिल करें। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और ऊर्जा की मात्रा भी बनी रहती है। प्रोसेस्ड फूड और मीठे पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें।
- मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज की मदद से टाइप 2 डायबिटीज में थकान की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- अच्छी नींद के लिए सोने का समय निर्धारित करें और स्क्रीन टाइम को सोने से पहले कम करें।
टाइप 2 डायबिटीज में थकान एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे जीवनशैली में सुधार और नियमित उपचार से कम किया जा सकता है। अगर थकान का स्तर बढ़ता जा रहा है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
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