मानसून में किन फलों का सेवन करने से बचना चाहिए? एक्सपर्ट से जानें | which fruits to avoid in monsoon in hindi


मानसून का मौसम भले ही गर्मी से राहत दिलाता है लेकिन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बनता है। इस मौसम में बारिश का पानी जमा होने के कारण मच्छर और अन्य कीड़े-मकोड़े भी बढ़ जाते हैं, जिनसे कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। इसके साथ ही आयुर्वेद के अनुसार, इस मौसम में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है इसलिए, इस दौरान खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। मानसून के मौसम में जरा सी लापरवाही स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। मानसून में सेहतमंद रहने के लिए डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट मौसमी फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं लेकिन बाजार में कई तरह के देसी और विदेशी फल आसानी में मिल जाते हैं, ऐसे में लोग बिना सोचे-समझे कोई भी फल खाना शुरू कर देते हैं। जबकि आयुर्वेद में कुछ विशेष फलों का सेवन मानसून में करने से मना किया गया है, जिनमें आम, तरबूज, खरबूजा और पपीता प्रमुख हैं। इन फलों की तासीर और गुण मानसून में हमारे पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) मानसून में किन फलों का सेवन नहीं करना चाहिए, इस बारे में बता रहे हैं।

मानसून में किन फलों से बचना चाहिए?

आयुर्वेदाचार्य ने बताया कि जिन फलों की तासीर गर्म होती है उनका सेवन मानसून के दिनों में बिलकुल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा विदेशी फलों से भी परहेज करना चाहिए। मानसून में हल्के, पचने में आसान और पौष्टिक फल जैसे नाशपाती, जामुन और आलूबुखारा का सेवन सेहत के लिए लाभकारी होता है। 

1. आम

मानसून के दिनों में आम के सेवन से परहेज करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि आम की तासीर गर्म होती है, जो मानसून में पेट में जलन और एसिडिटी को बढ़ा सकती है। आम का सेवन गर्मियों में लाभकारी होता है, लेकिन मानसून में इसकी प्रकृति भारी और पचने में कठिन हो जाती है। आम का सेवन इस मौसम में करने से पेट में भारीपन, गैस और अपच की समस्या हो सकती है, इसके अलावा ज्यादा आम खाने से त्वचा पर चकत्ते और एलर्जी भी हो सकती है।

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2. तरबूज

तरबूज का सेवन गर्मियों में सेहत के लिए लाभकारी होता है लेकिन अगर आप मानसून में तरबूज का सेवन करते हैं तो इसका सेहत पर बुरा असर हो सकता है। तरबूज की तासीर ठंडी होती है, जो मानसून में नमी और ठंडक के साथ मिलकर पाचन तंत्र को कमजोर बना सकती है। तरबूज का सेवन इस मौसम में दस्त, पेट दर्द और अपच जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है।

3. खरबूजा

खरबूजा की तासीर भी ठंडी होती है और इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जो मानसून के मौसम में पेट की समस्याओं का कारण बन सकता है। मानसून में खरबूजा का सेवन दस्त और पेट में भारीपन की समस्या पैदा कर सकता है और शरीर में वात और कफ दोष को असंतुलित कर सकता है। 

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4. पपीता

पपीता की तासीर गर्म होती है, जो मानसून में पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती है। इस मौसम में पपीते का सेवन पाचन शक्ति को कमजोर कर सकता है और पेट में गर्मी बढ़ा सकता है, इससे पेट में जलन, एसिडिटी और दस्त की समस्या हो सकती है। मानसून में पपीता शरीर में पित्त दोष को बढ़ा सकता है, जिससे त्वचा पर एलर्जी हो सकती है।

आयुर्वेद के अनुसार, मानसून के मौसम में पाचन तंत्र कमजोर होता है, ऐसे में आम, तरबूज, खरबूजा और पपीते जैसे फलों का सेवन इस मौसम में करने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इनकी तासीर और प्रकृति हमारे पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। 

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