Total Artificial Heart: हार्ट शरीर का सबसे जरूरी अंग है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए डाइट, लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आज के समय में खराब जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण हार्ट से जुडी बीमारियों का खतरा बहुत तेजी से बढ़ा है। युवाओं में हार्ट से जुड़ी बीमारियां जैसे हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर और कार्डियक अरेस्ट जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। मेडिकल साइंस की तरक्की के बाद हार्ट से जुड़ी समस्याओं के इलाज में काफी सफलता मिली है। वैज्ञानिकों ने हार्ट को हेल्दी रखने और शरीर के फंक्शन को ठीक रखने के लिए कई तरह के कृत्रिम उपकरण भी बना लिए हैं। इसी तरह वैज्ञानिकों ने कृत्रिम हार्ट या टोटल आर्टिफिशियल हार्ट (Total Artificial Heart) भी बना लिया है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, टोटल आर्टिफिशियल हार्ट क्या है और यह कैसे काम करता है?
टोटल आर्टिफिशियल हार्ट क्या है?- What is Total Artificial Heart in Hindi
हार्ट को शरीर का इंजन कहा जाता है। इसका काम शरीर के सभी अंगों तक ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई करना है। लेकिन हार्ट से जुड़ी बीमारियों के कारण यह कमजोर हो जाता है। इसकी वजह से शरीर में ब्लड और ऑक्सीजन की ठीक ढंग से सप्लाई नहीं हो पाती है। लखनऊ स्थित कपूर हार्ट सेंटर के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ केके कपूर कहते हैं, “जब हार्ट पूरी तरह से कमजोर हो जाता है, तो इसका कामकाज भी बुरी तरह से बाधित होता है। इस स्थिति में टोटल आर्टिफिशियल हार्ट (Total Artificial Heart – TAH) की जरूरत पड़ती है। आर्टिफिशियल हार्ट एक तरह से जीवन रक्षक विकल्प के रूप में काम करता है।”
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टोटल आर्टिफिशियल हार्ट एक तरह की कृत्रिम उपकरण है, जो क्षतिग्रस्त हृदय कक्ष (वेंट्रिकल्स) और हार्ट वाल्व को पूरी तरह से बदल देता है। इसे छाती के अंदर प्रत्यारोपित किया जाता है और यह प्राकृतिक हृदय की तरह ही काम करता है। यह ब्लड को फेफड़ों तक पहुंचाता है जहां यह ऑक्सीजन युक्त होता है, और फिर शरीर के बाकी हिस्सों तक ऑक्सीजन युक्त ब्लड का संचार करता है। टोटल आर्टिफिशियल हार्ट बैटरी से चलता है और इसे सर्जरी के द्वारा प्रत्यारोपित किया जाता है।
टोटल आर्टिफिशियल हार्ट का उपयोग कब किया जाता है?
आर्टिफिशियल हार्ट का उपयोग गंभीर हार्ट फेलियर के अंतिम चरण के उपचार के लिए किया जाता है, जब अन्य उपचार विकल्प, जैसे दवाएं, पेसमेकर या बाईपास सर्जरी जैसे इलाज काम नहीं करते हैं।
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टोटल आर्टिफिशियल हार्ट प्रत्यारोपण प्रक्रिया- Total Artificial Heart Transplant Procedure in Hindi
टोटल आर्टिफिशियल हार्ट का प्रत्यारोपण एक जटिल सर्जिकल प्रक्रिया है जो आमतौर पर पांच से आठ घंटे तक चलती है। इस प्रक्रिया के स्टेप्स इस तरह से हैं-
- सबसे पहले मरीज को पूरी तरह से बेहोश कर दिया जाता है।
- स्टर्नोटॉमी (Sternumotomy): छाती की हड्डी (sternum) को चीरकर छाती को खोला जाता है।
- हृदय को हटाना: क्षतिग्रस्त हृदय को सावधानीपूर्वक हटा दिया जाता है।
- कुल कृत्रिम हृदय का प्रत्यारोपण: टोटल आर्टिफिशियल हार्ट को छाती के अंदर रखा जाता है और रक्त वाहिनियों को कृत्रिम हृदय से जोड़ा जाता है।
- छाती को बंद करना: छाती की हड्डी को तार या टांकों की मदद से बंद कर दिया जाता है।
टोटल आर्टिफिशियल हार्ट वाले लोगों का जीवन कैसा होता है?
इस प्रक्रिया के बाद मरीजों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। इस प्रक्रिया के बाद मरीजों को इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-
- दवाएं: संक्रमण को रोकने और रक्त के थक्के बनने से रोकने के लिए दवाएं लेना आवश्यक होता है।
- नियमित चिकित्सकीय जांच: डॉक्टर से नियमित रूप से मिलना और कृत्रिम हृदय के कार्य की जांच करवाना जरूरी है।
- जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ भोजन करना, नियमित व्यायाम करना और धूम्रपान से बचना महत्वपूर्ण है।
टोटल आर्टिफिशियल हार्ट के साथ रहने वाले रोगी सामान्य जीवन जीने में सक्षम हो सकते हैं, लेकिन कुछ समस्याएं हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, ऐसे लोग बहुत ज्यादा व्यायाम नहीं कर सकते हैं और भारी चीजें उठाने से बचने की सलाह दी जाती है।
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