किसी भी बीमारी का पता ब्लड टेस्ट के जरिए किया जाता है। खून की जांच से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर क्या है, लिवर फंक्शन सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं और शरीर में विटामिन व मिनरल्स का कितना हिस्सा है, इन सभी चीजों की जानकारी ब्लड टेस्ट के जरिए ही मिलती है। हमारे शरीर में व्हाइट सेल्स कितने हैं और रेड सेल्स कितने हैं इसकी जानकारी भी ब्लड टेस्ट के जरिए ही पता चलती है। गौर करने वाली बात यह है कि ज्यादातर लोग अपनी ब्लड रिपोर्ट को पढ़ नहीं पाते हैं, जिसकी वजह उन्हें टीएलसी की जानकारी नहीं होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में टीएलसी बढ़कर आए, तो यह चिंताजनक स्थिति है और आपको इस पर विचार करना चाहिए। आज इस आर्टिकल में वरिष्ठ सलाहकार रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डॉ. बबीता बंसल सिंह से जानेंगे टीएलसी क्या होता है और अगर यह बढ़ जाए, तो इसकी वजह से कौन सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
टीएलसी क्या है- What is TLC in Hindi
डॉक्टर के अनुसार, टीएलसी यानी की कुल ल्यूकोसाइट काउंट (TLC) खून में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाओं (जिन्हें ल्यूकोसाइट्स भी कहा जाता है) की संख्या को कहा जाता है। ये कोशिकाएं आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में एक मौलिक भूमिका निभाती हैं, जो विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों से बचाव करती हैं। जिस व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कोशिकाएं कम हो जाती है, तो उसे बीमारियां बहुत ही आसानी से घेर लेती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि सफेद रक्त कोशिकाएं कम होने से सर्दी, जुकाम और मौसमी बुखार का खतरा हमेशा ही बना रहता है। सफेद रक्त कोशिकाएं लगातार घटती रहती है, तो इससे बड़ी बीमारी होने का खतरा रहता है।
टीएलसी कम होने के कारण होने वाली बीमारियां
डॉक्टर का कहना है कि टीएलसी के कम होने से सबसे पहले इम्यूनिटी से जुड़ी बीमारियां आपको परेशान करती हैं। जिसके कारण मौसम बदलने पर बीमारी होने का खतरा ज्यादा रहता है। सफेद रक्त कोशिकाओं की कमी से ल्यूकेमिया या ब्लड कैंसर, हेपेटाइटिस आदि के होने का खतरा बना रहता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा समय में लोगों के खानपान में कमी, अनियमित जीवनशैली के कारण शरीर की सफेद रक्त कोशिकाएं (व्हाइट ब्लड सेल्स) कमजोर पड़ रही हैं। इसे ठीक करने के लिए सबसे पहले खानपान को सुधारने की जरूरत है।
व्हाइट ब्लड सेल्स बढ़ाने का तरीका- Remedies for White Blood Cells
व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने के लिए खानपान और जीवनशैली में सुधार करने की जरूरत है। इसके लिए आप अपनी डाइट में पपीते की पत्तियां, अदरक, लैवेंडर ऑयल जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं।
पपीते की पत्तियां
पपीते की पत्तियों में एसिटोजिनिन (acetogenins) पाया जाता है। यह पोषक तत्व शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाकर इम्यूनिटी को मजबूत बना सकता है। व्हाइट सेल्स बढ़ाने के लिए आप महीने में एक बार पपीते के पत्तों का काढ़ा बनाकर सेवन कर सकते हैं।
लहसुन
शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने के लिए लहसुन काफी फायदेमंद हो सकता है। इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में असरदार हो सकते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करने से व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद मिलती है।
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दही
दही स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। ब्लड में व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने के लिए भी यह फायदेमंद हो सकता है। व्हाइट ब्लड सेल्स बढ़ाने के लिए नियमित रूप से अपने डाइट में 1 कटोरी दही को शामिल करें। इससे आपके शरीर को काफी फायदा हो सकता है।
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