कुछ लोगों का कहना है कि वैशाख अमावस्या 8 मई को मनाई जाएगी, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि वैशाख अमावस्या 9 मई को मनाई जाएगी।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sat, 04 May 2024 04:16:50 PM (IST)
Updated Date: Sat, 04 May 2024 04:16:50 PM (IST)
HighLights
- अमावस्या की तिथि को लेकर लोग ज्यादा कंफ्यूज हैं।
- कुछ लोगों का कहना है कि वैशाख अमावस्या 9 मई को मनाई जाएगी।
- देवी-देवताओं का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।
धर्म डेस्क, इंदौर। Vaishakh Amavasya 2024 Date: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत विशेष महत्व है। इस तिथि पर पितरों की पूजा करने की परंपरा है। इसके साथ ही पितरों का तर्पण और श्राद्ध भी किया जाता है। धार्मिक मत है कि ऐसा करने से पितरों से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस बार वैशाख अमावस्या की तिथि को लेकर लोग ज्यादा कंफ्यूज हैं। कुछ लोगों का कहना है कि वैशाख अमावस्या 8 मई को मनाई जाएगी, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि वैशाख अमावस्या 9 मई को मनाई जाएगी। आइए, जानते हैं कि वैशाख अमावस्या किस तिथि किस दिन पड़ रही है।
वैशाख अमावस्या 2024 तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 7 मई को सुबह 11.40 बजे शुरू होगी और 8 मई को सुबह 8.51 बजे समाप्त होगी। ऐसे में वैशाख अमावस्या 8 मई को मनाई जाएगी।
अमावस्या की पूजा विधि
- वैशाख अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
- देवी-देवताओं का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।
- इसके बाद पवित्र नदी में या घर पर ही पवित्र स्नान करें।
- फिर सूर्य देव को जल अर्पित करें और अपने पितरों का तर्पण करें।
- पितरों की आत्मा की शांति के लिए व्रत रखें और मंत्रों का जाप करें।
- अंत में अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों को विशेष चीजें दान करें।
इन मंत्रों का करें जाप
1. ॐ पितृ देवतायै नम:
2. ॐ पितृ गणाय विद्महे जगतधारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात्।
3. ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च
नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:
4. गोत्रे अस्मतपिता (पितरों का नाम) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम
गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः।
डिसक्लेमर
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