• Whatsapp
  • Phone
  • Bareilly News
  • Bareilly Business
  • Register
  • Login
  • Add Post
ADVERTISEMENT
Home बरेली न्यूज़

Sita Navami 2024 Puja: सीता नवमी पर आज इस शुभ मुहूर्त में करें माता जानकी की पूजा, जानें क्या है पौराणिक महत्व

bareillyonline.com by bareillyonline.com
16 May 2024
in बरेली न्यूज़
4 0
0
Sita Navami 2024 Puja: सीता नवमी पर आज इस शुभ मुहूर्त में करें माता जानकी की पूजा, जानें क्या है पौराणिक महत्व
6
SHARES
36
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

हिंदू पंचांग के अनुसार, सीता नवमी का त्योहार हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है।

By Sandeep Chourey

Publish Date: Thu, 16 May 2024 09:43:29 AM (IST)

Updated Date: Thu, 16 May 2024 11:11:47 AM (IST)

Sita Navami 2024 Puja: सीता नवमी पर आज इस शुभ मुहूर्त में करें माता जानकी की पूजा, जानें क्या है पौराणिक महत्व
माता जानकी के पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11.04 बजे से लेकर दोपहर 01.43 बजे तक का है।

HighLights

  1. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 मई , 2024 दिन गुरुवार सुबह 6.22 बजे शुरू होगी।
  2. इस तिथि का समापन 17 मई, 2024, शुक्रवार को सुबह 08.48 बजे होगा।
  3. उदया तिथि के अनुसार, सीता नवमी त्योहार 16 मई को ही मनाया जाना उचित होगा।

धर्म डेस्क, इंदौर। Sita Navami 2024: हिंदू धर्म में रामनवमी के समान ही सीता नवमी पर्व का भी विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यता है कि सीता नवमी के दिन ही माता जानकी का जन्म हुआ था और इस कारण सीता नवमी पर माता सीता की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सीता नवमी का त्योहार हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार यह त्योहार आज 16 मई, 2024 को मनाया जा रहा है।

ये है पूजा का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 मई , 2024 दिन गुरुवार सुबह 6.22 बजे शुरू होगी और इस तिथि का समापन 17 मई, 2024, शुक्रवार को सुबह 08.48 बजे होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, सीता नवमी त्योहार 16 मई को ही मनाया जाना उचित होगा। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस दिन माता जानकी के पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11.04 बजे से लेकर दोपहर 01.43 बजे तक का है।

naidunia_image

सीता नवमी का पौराणिक महत्व

हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों में माता जानकी के जन्म को लेकर कई कथाएं दी गई है। पौराणिक मान्यता है कि एक बार जब मिथिला के राजा जनक खेत में हल चला रहे थे, तब एक घड़े में बच्ची मिली थी। उस बच्ची का नाम ही उन्होंने जानकी रखा था और बेटी की तरह पाला था। जब देवी जानकी बड़ी हो गईं, तो उनके लिए राजा जनक ने एक स्वयंवर का आयोजन किया, जिसमें उनका विवाह भगवान राम से हुआ था।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

  • ABOUT THE AUTHOR
    Author

    कई मीडिया संस्थानों में कार्य करने का करीब दो दशक का अनुभव। करियर की शुरुआत आकाशवाणी केंद्र खंडवा से हुई। महाराष्ट्र में फील्ड रिपोर्टिंग, भोपाल दूरदर्शन, ETV न्यूज़ सहित कुछ रीजनल न्यूज चैनल में काम करके इलेक् …

[ad_2]

Source link

Categories

  • बरेली न्यूज़
  • बरेली बिज़नेस
  • बरेली ब्लॉग
edit post

बरेली के विकास भवन में 24 घंटे से बिजली गुल

30 July 2025
edit post

बरेली नगर निगम में भ्रष्टाचार का खुलासा

30 July 2025
edit post

उत्तर प्रदेश ITI में पहले दो चरणों में दाखिला

30 July 2025

Upload

Register

Login

Helpline

No Result
View All Result
  • बरेली न्यूज़
  • बरेली ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.