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सावन के महीने में भगवान शिव का जल से अभिषेक करने से कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। यदि किसी तीर्थ स्थल के जल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाए, तो मोक्ष की प्राप्ति होती है। कई भक्त सावन में गंगा, यमुना, गोदावरी जैसी पवित्र नदियों के जल से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं।
By Navodit Saktawat
Publish Date: Fri, 19 Jul 2024 11:51:00 AM (IST)
Updated Date: Fri, 19 Jul 2024 11:53:28 AM (IST)

HighLights
- शिव आराधना का पर्व है सावन
- कांवड़ यात्री करते हैं जलाभिषेक
- पवित्र नदियों का जल करते हैं अर्पित
महादेव की आराधना का सावन माह इस बार 22 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो रही है। पंचांगीय गणना के अनुसार श्रावण की शुरुआत सोमवार के दिन होगी तथा समापन पर भी सोमवार का दिन रहेगा। एक माह में पांच सोमवार का विशेष संयोग बन रहा है। हालांकि तिथि की घट बढ़ के कारण श्रावण 30 के बजाय 29 दिन का रहेगा। विशेष बात यह है कि श्रावण की शुरुआत श्रवण नक्षत्र में होगी, जो जनमानस के लिए शुभ व कल्याणकारी मानी जा रही है।
29 दिन का रहेगा सावन मास
सोमवार के दिन, श्रवण नक्षत्र, प्रीति योग तथा मकर राशि के चंद्रमा की साक्षी में श्रावण मास की शुरुआत होगी। इस बार श्रावण मास में दो तिथियों का क्षय है, इस दृष्टि से यह माह 29 दिन का रहेगा। श्रावण की शुरुआत सोमवार के दिन होगी तथा समापन पर भी सोमवार रहेगा।
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