सावन माह में जो भक्त सच्चे मन से शिव जी और माता पार्वती की पूजा-अर्चना और व्रत करते हैं, उन्हें सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सावन सोमवार पर राहुकाल में पूजा करना बहुत शुभ होता है। सावन के दूसरे सोमवार पर गण्ड योग और वृद्धि योग भी बनेंगे।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sun, 28 Jul 2024 09:46:09 AM (IST)
Updated Date: Sun, 28 Jul 2024 09:56:09 AM (IST)
HighLights
- सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को मनाया गया था।
- सावन का दूसरा सोमवार 29 जुलाई के दिन पड़ रहा है।
- इस दिन भरणी, कृतिका नक्षत्र समेत शुभ संयोग बन रहे हैं।
धर्म डेस्क, इंदौर। Sawan Second Somvar 2024: हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत महत्व होता है। यह पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। इसका हर दिन बेहद विशेष होता है।
भगवान शिव को यह महीना प्रिय होता है। इस कारण भक्त तरह-तरह के कार्य कर, उन्हें प्रसन्न करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन सोमवार का व्रत करने और विधि विधान से भगवान शिव की पूजा करने से मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। साथ ही सुख समृद्धि प्राप्त होती है।
सावन का दूसरा सोमवार
इस साल सावन सोमवार की शुरुआत 22 जुलाई से हो चुकी है। इसका समापन 19 अगस्त को होगा। इस बार सावन में 5 सोमवार पड़ रहे हैं, जिसके कारण इसका और भी महत्व बढ़ गया है।
सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को मनाया गया था। अब सावन का दूसरा सोमवार मनाया जाने वाला है। सावन के दूसरे सोमवार पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं।
बन रहे हैं शुभ संयोग
- सावन माह का दूसरा सोमवार 29 जुलाई 2024 को पड़ रहा है। इस दिन कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि सुबह से लेकर शाम 5:55 तक रहेगी। उसके बाद षष्ठी तिथि शुरू हो जाएगी।
- सावन के दूसरे सोमवार पर भरणी, कृतिका नक्षत्र समेत शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन गण्ड योग और वृद्धि योग भी बनेंगे।
- सावन के दूसरे सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:15 से 4:59 मिनट तक रहेगा।
- वहीं, अभिजीत मुहूर्त की शुरुआत दोपहर 12:00 बजे से होगी, जो कि 12:55 तक रहेगा। इस दिन अमृत काल का समय सुबह 6:17 से सुबह 7:50 तक है।
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए
कहा जाता है कि सावन सोमवार पर राहुकाल में पूजा करना बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। सावन के दूसरे सोमवार पर राहुकाल का समय सुबह 07.23 से 09.04 तक रहेगा।
वैसे तो सावन के महीने में कभी भी रुद्राभिषेक किया जा सकता है, क्योंकि इसके सभी दिन विशेष होते हैं, लेकिन रुद्राभिषेक के लिए शिव वास देखा जाता है। ऐसे में सावन के दूसरे सोमवार पर सुबह से लेकर शाम 05.55 तक शिव वास रहेगा।
सावन सोमवार का महत्व
सावन के हर सोमवार पर व्रत रखना चाहिए। साथ ही इस दिन शिवजी, देवी पार्वती और गणेश जी विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इस दिन रुद्राभिषेक तो जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यदि पूरे महीने शिव पूजा नहीं कर पा रहे हैं, तो सावन सोमवार पर शिवलिंग पर जलाभिषेक जरूर करें। इस दिन शिव मंत्रों का जाप भी करें। कहा जाता है कि इस दिन शिव जी की कृपा पाने के लिए शिव पुराण जरूर पढ़ें या सुनें।
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