VIDEO: पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में हुई महाआरती, कीजिए उज्जैन महाकाल और मुंबई लालबाग के राजा के दर्शन

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गणेश चतुर्थी के साथ ही 10 दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हो गई है। आज हर घर, हर दफ्तर और गांव-शहर के प्रमुख चौहारों पर गणेश की स्थापना की जा रही है। अगले 10 दिन बप्पा के नाम रहेंगे। अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन होगा।

By Arvind Dubey

Publish Date: Sat, 07 Sep 2024 07:23:48 AM (IST)

Updated Date: Sat, 07 Sep 2024 10:51:54 AM (IST)

VIDEO: पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में हुई महाआरती, कीजिए उज्जैन महाकाल और मुंबई लालबाग के राजा के दर्शन
मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी है। (फोटो- ANI)

HighLights

  1. भाद्रपद मास के शुक्ल की चतुर्थी को मनाई जाती है गणेश चतुर्थी
  2. देश के प्रमुख गणेश मंदिरों में भक्तों की भीड़, सुरक्षा बढ़ाई गई
  3. 6 सितंबर से आरंभ होकर 7 को शाम 5:37 बजे तक है चतुर्थी

एजेंसी, नई दिल्ली (Ganeshotsav 2024)। गणेश चतुर्थी के अवसर पर आज घर-घर में बप्पा का स्वागत हो रहा है। शुभ मुहूर्त में गणेश जी प्रतिमा स्थापित की जाएगी, आरती और विशेष पूजा की जाएगी। यह क्रम अगले 10 दिन तक चलेगा।

इस बीच, देश के प्रमुख मंदिर में सुबह की आरती के फोटो-वीडियो भी आने लगे हैं। मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह विशेष आरती की गई। इसी तरह नागपुर और अहमदाबाद के गणेश मंदिर में भी सुबह से भक्तों की भीड़ है। यहां देखिए वीडियो।

वीडियो: पुणे के प्रसिद्ध दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में महाआरती की गई। महाआरती के बाद गणेश प्रतिमा को सार्वजनिक मंडल में स्थापित किया गया।

— ANI (@ANI) September 6, 2024

वीडियो: अहमदाबाद में वस्त्रपुर ना महागणपति मंदिर में सुबह की आरती

वीडियो: नागपुर के श्री गणेश मंदिर टेकड़ी में सुबह की आरती

गणेश चतुर्थी पर घर-घर विराज रहे गणपति महाराज

देश के हर शहर में गणेश चतुर्थी पर्व की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। बाजारों में गणपति बप्पा की मूर्तियां बिक रही हैं और लोग इन्हें घर ले जा रहे हैं। पंडालों में सजावट, पूजा सामग्री और मिठाई की खरीदारी भी जमकर हो रही है। बाजार में मिठाई की दुकान गणेश प्रतिमाओं की विक्रय करने वाली दुकान, बिजली की झालर व सजा का सामान बेचने वाले दुकानों पर खासी भीड़ रही।

इससे पहले शुक्रवार को सुबह से ही गणेश प्रतिमाओं को ले जाने का दौर प्रारंभ हुआ जो देर रात तक चलता रहा। ढोल धमाके व रंग गुलाल आतिशबाजी के साथ गणेश उत्सव समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा गणेश प्रतिमाएं ले जाई गई।



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