Vijaya Ekadashi 2024: विजया एकादशी की पूजा में इन विशेष चीजों को करें शामिल, भगवान विष्णु का मिलेगा आशीर्वाद


ऐसा माना जाता है कि विजया एकादशी की पूजा में विशेष चीजों को शामिल करने से शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।

By Ekta Sharma

Publish Date: Tue, 05 Mar 2024 12:06 PM (IST)

Updated Date: Tue, 05 Mar 2024 12:06 PM (IST)

Vijaya ekadashi puja samagri

HighLights

  1. यह तिथि फाल्गुन माह में 6 मार्च को पड़ रही है।
  2. इस खास मौके पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
  3. कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के रूप में मनाया जाता है।

धर्म डेस्क, इंदौर। Vijaya Ekadashi 2024: सनातन धर्म में एकादशी की तिथि को सभी तिथियों में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। एकादशी की तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। हर माह दो एकादशियां पड़ती हैं। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के रूप में मनाया जाता है। यह तिथि फाल्गुन माह में 6 मार्च को पड़ रही है। इस खास मौके पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि विजया एकादशी की पूजा में विशेष चीजों को शामिल करने से शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। साथ भगवान विष्णु की कृपा मिलती है। आइए, जानते हैं कि विजया एकादशी की पूजा थाली में किन चीजों को शामिल करना सबसे शुभ होता है।

विजया एकादशी पूजा सामग्री

  • गंगाजल
  • चौकी
  • फूल
  • मिठाई
  • अक्षत
  • पंचमेवा
  • कुमकुम
  • धूप
  • दीप
  • फल
  • पीला कपड़ा
  • आम के पत्ते
  • भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा
  • तुलसी दल
  • विजया एकादशी शुभ मुहूर्त

    एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। पंचांग के अनुसार, विजया एकादशी तिथि 6 मार्च को सुबह 6.30 बजे शुरू होगी। यह अगले दिन 7 मार्च को सुबह 4:13 बजे समाप्त होगी। विजया एकादशी का व्रत 6 फरवरी को रखा जाएगा।

    पूजा के समय करें इस मंत्र का जाप

    एकादशी के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही इन मंत्रों का जाप करें। माना जाता है कि इस मंत्र के जाप से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर अपनी कृपा साधक पर बरसाते हैं।

    ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।

    ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।

    डिसक्लेमर

    ‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

    • ABOUT THE AUTHOR

      एकता शर्मा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं और बीते 2 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। डिजिटल मीडिया में काम करने का अनुभव है। साल 2022 से जागरण न्यू मीडिया (JNM) से जुड़ी हैं और Naiduni



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