उत्तर प्रदेश कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए तैयार, जानें क्या है तैयारी Point Wise, किसानों को विदेश भी भेजेगी योगी सरकार


उत्तर प्रदेश कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए तैयार

  1. कृषि स्टार्टअप और एआई को बढ़ावा: उत्तर प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कृषि स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने और खेती में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
  2. वैश्विक किसान शिखर सम्मेलन: नवंबर 2024 में लखनऊ में ‘कृषि भारत’ नामक एक वैश्विक किसान शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन में भारत और विदेशों से किसान और कृषि विशेषज्ञ भाग लेंगे।
  3. निवेश और सहयोग: यह शिखर सम्मेलन घरेलू और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने और कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और ज्ञान को साझा करने का एक मंच प्रदान करेगा।
  4. मुख्य चुनौतियां क्या हैं: कम उपज, कम आय और उच्च खाद्य अपव्यय।
  5. समाधान: उन्नत कृषि प्रथाओं, प्रौद्योगिकी अपनाने और किसानों को विदेशों में प्रशिक्षण प्रदान करना।
  6. यूपी की क्षमता: 20 मिलियन हेक्टेयर से अधिक शुद्ध फसल क्षेत्र वाला भारत का एक प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य।
  7. अग्रणी फसलें: धान, चावल, गेहूं, दलहन, तिलहन, गन्ना, मक्का और बाजरा।
  8. सिंचाई: 88% भूमि सिंचित, जिसमें ट्यूबवेल, नहरें और कुएं शामिल हैं।
  9. भागीदारी: सरकार कृषि उद्योग, सीआईआई और नीति निर्माताओं के साथ मिलकर काम कर रही है।

दरअसल, शिखर सम्मेलन का आयोजन यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) की तर्ज पर किया जाएगा। सीआईआई कृषि भारत 2024 विभिन्न कृषि स्टार्टअप, विदेशी कंपनियों और निवेशकों को जोड़ेगा। राज्य सर्वोत्तम कृषि प्रथाओं को सीखने के लिए प्रगतिशील किसानों को विदेश यात्रा पर भेजेगा। कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के लिए क्षेत्र भ्रमण आयोजित किए जाएंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार और किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘कृषि भारत’ शिखर सम्मेलन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह सम्मेलन न केवल घरेलू और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करेगा, बल्कि कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और ज्ञान को भी साझा करेगा।



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