लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के शेयरों का प्रदर्शन अप्रैल में अच्छा रहा है। मार्च तिमाही के नतीजों से पता चलता है कि इन बैंकों ने अग्रिमों और जमाओं में दो अंक की वृद्धि दर्ज की है। सूर्योदय स्मॉल फाइनैंस बैंक का शेयर इस महीने अब तक 20.4 प्रतिशत जबकि उज्जीवन एसएफबी का शेयर 18.3 प्रतिशत चढ़ा है। ईएसएएफ स्मॉल फाइनैंस बैंक, जन स्मॉल फाइनैंस बैंक, एयू स्मॉल फाइनैंस बैंक, उत्कर्ष स्मॉल फाइनैंस बैंक और इक्विटास स्मॉल फाइनैंस बैंक के शेयर भी इस दौरान 6.4 प्रतिशत से 10.2 प्रतिशत के दायरे में चढ़े हैं।
एसीई इक्विटी के आंकड़ों से पता चलता है कि तुलनात्मक रूप ले निफ्टी-50 सूचकांक में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि निफ्टी-500 सूचकांक में 0.8 प्रतिशत की तेजी आई। विश्लेषकों को इन बैंकों के शेयर भाव में तेजी की संभावना लगती है लेकिन उन्होंने निवेशकों को अपना निवेश बनाए रखने का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि नए निवेशक खरीदारी के लिए बेहतर मौके का इंतजार कर सकते हैं।
पूर्णअर्थ वन स्ट्रैटेजी के फंड प्रबंधक मोहित खन्ना ने कहा, ‘भारत में आर्थिक विकास की मजबूत संभावनाएं हैं। इसलिए भविष्य में ऋण मांग में वृद्धि की संभावनाओं को मदद मिल रही है। इन बैंकों का संपूर्ण बैंकिंग क्षेत्र में बड़ा योगदान है।’ उन्होंने कहा, ‘मौजूदा हालात में हम इन बैंकों के शेयरों में निवेश बरकरार रखे हुए हैं और उतार-चढ़ाव के दौरान बेहतर मौका मिलने पर अपना निवेश बढ़ाएंगे।’
चौथी तिमाही में वृद्धि
विश्लेषकों के अनुसार एसएफबी जमाएं बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और संपूर्ण उधारी क्षेत्र में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं। ऐसे ऋणदाता बड़े बैंकों की तुलना में करीब 250 आधार अंक ज्यादा पर जमा राशियां जुटा रहे हैं। प्रीमियम दरों के साथ साथ देनदारी-केंद्रित शाखाओं में बढ़ते निवेश से जमा आधार और ऋण-जमा अनुपात को बढ़ावा मिला है।
प्रारंभिक अपडेट बताता है कि वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में एयू स्मॉल फाइनैंस बैंक के सकल अग्रिम सालाना आधार पर 25 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत बढ़े। जमाएं सालाना आधार पर 26 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत बढ़ीं।
इक्विटास स्मॉल फाइनैंस बैंक के अग्रिम ऋण सालाना आधार पर 23 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत बढ़े, जबकि जमाएं सालाना आधार पर 43 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ गईं।
सूर्योदय स्मॉल फाइनैंस बैंक के लिए यह वृद्धि सालाना आधार पर 41 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 14 प्रतिशत रही। जमाएं सालाना आधार पर 50 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 20 प्रतिशत बढ़ीं।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज में बीएफएसआई मामलों की शोध विश्लेषक ज्ञानदा वैद्य ने कहा, ‘अन्य निजी और सरकारी बैंकों के मुकाबले बेहतर जमा दरों के अलावा नियामक ने इन बैंकों के लिए संतुलित सीडी अनुपात अनिवार्य बनाया है जिससे एसएफबी को आक्रामक तरीके से जमाएं बढ़ाने में मदद मिली है।’
केयरएज रेटिंग्स का मानना है कि वित्त वर्ष 2024 में एसएफबी के अग्रिम ऋण और जमाएं 22-25 प्रतिशत की दर से बढ़ेंगी।
ज्यादा लाभ के आसार नहीं
लघु वित्त बैंकों का सीडी अनुपात दिसंबर तिमाही के अंत तक औसत तौर पर 89 प्रतिशत के साथ ऊंचा बना हुआ था। कुछ खास फाइनैंसरों के लिए यह अनुपात काफी ऊंचा था। सूर्योदय के लिए यह 111 प्रतिशत और उत्कर्ष के लिए 99 प्रतिशत तथा इक्विटास के लिए 90 प्रतिशत था।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा है कि जिन बैंकों का सीडी अनुपात 100 प्रतिशत है, उनकी प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) की वृद्धि धीमी पड़ सकती है।
First Published – April 16, 2024 | 10:05 PM IST