Tata Sons chairman’s salary increased by 20% | टाटा संस के चेयरमैन की सैलरी 20% बढ़ी: वित्त वर्ष 2023-24 में एन चंद्रशेखरन को मिले ₹135 करोड़, CFO की कमाई में 8% की बढ़ोतरी


नई दिल्ली52 मिनट पहले

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एन चंद्रशेखरन किसी भारतीय कंपनी के सबसे अधिक वेतन पाने वाले प्रोफेशनल चीफ हैं। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

एन चंद्रशेखरन किसी भारतीय कंपनी के सबसे अधिक वेतन पाने वाले प्रोफेशनल चीफ हैं। (फाइल फोटो)

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को वित्त वर्ष 2024 में 135 करोड़ रुपए की सैलरी मिली, जो पिछले वित्त वर्ष के वेतन से 20% ज्यादा है। एन चंद्रशेखरन किसी भारतीय कंपनी के सबसे अधिक वेतन पाने वाले प्रोफेशनल चीफ हैं।

वहीं टाटा सन्स के सभी डायरेक्टर्स की कुल सैलरी में 16% की बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने अपने टॉप डायरेक्टर्स को 200 करोड़ रुपए का पेमेंट किया, जो वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) में 172.5 करोड़ रुपए था। इसी अवधि के दौरान टाटा सन्स के कर्मचारियों के वेतन और पारिश्रमिक में 2.5% की बढ़ोतरी हुई और यह 441 करोड़ रुपए हो गया।

एन चंद्रशेखरन को 2017 में टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 में टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे।

टाटा संस के CFO को 30 करोड़ रुपए मिले

टाटा संस के CFO सौरभ अग्रवाल को वित्त वर्ष 2024 में 30 करोड़ रुपए मिले। वह टाटा ग्रुप में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले दूसरे एग्जीक्यूटिव रहे। उनकी कमाई टीसीएस, टाटा स्टील और आईएचसीएल के प्रमुखों से ज्यादा रही। अग्रवाल की कमाई वित्त वर्ष 2022-23 के वेतन से लगभग 9% अधिक रही।

टीसीएस के CEO के कृतिवासन, IHCL के प्रमुख पुनीत छतवाल और टाटा स्टील के प्रमुख टीवी नरेंद्रन को वित्त वर्ष 2024 में क्रमशः 25 करोड़ रुपए, 19 करोड़ रुपए और 17 करोड़ रुपए सैलरी मिली। कृतिवासन की कुल सैलरी में 1 अप्रैल, 2023 से 31 मई, 2023 तक TCS के BFSI के ग्लोबल हेड और 1 जून, 2023 से 31 मार्च, 2024 तक कंपनी के CEO के रूप में वेतन शामिल है। राजेश गोपीनाथन के अचानक कंपनी छोड़ने के बाद कृतिवासन को TCS का CEO बनाया गया था।

टाटा संस का रेवेन्यू 25% बढ़ा

वित्त वर्ष 2023-24 में, टाटा सन्स के रेवेन्यू में 25% की बढ़ोतरी हुई और यह 43,893 करोड़ रुपए हो गया। टाटा संस की इनकम में TCS का सबसे बड़ा योगदान है। टाटा ट्रस्ट्स की टाटा संस में 66% हिस्सेदारी है, जबकि मिस्त्री परिवार की हिस्सेदारी 18.4% है। बाकी हिस्सेदारी टाटा ग्रुप की कंपनियों के पास है।

IT कंपनी विप्रो के पूर्व CEO थिएरी डेलापोर्ट को वित्त वर्ष 2023-24 में 167 करोड़ रुपए मिले। फ्रांस के डेलापोर्ट ने कंपनी में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किए बिना ही इस्तीफा दे दिया। वित्त वर्ष 2023 में उन्हें 83 करोड़ रुपए मिले थे जबकि चंद्रशेखरन का कंपनसेशन 113 करोड़ रुपए था।

कंपनी से ट्रेनी के रूप में जुड़े थे एन चंद्रशेखरन

​​​​​​​एन चंद्रशेखरन ने टाटा ग्रुप की कंपनी TCS में ट्रेनी के तौर पर जॉइन किया था। वे इस समूह का चेयरमैन बनने वाले पहले नॉन फैमिली सदस्य हैं। उन्हें 2017 में पहली बार टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 में टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे।

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