हेल्दी ब्लड सर्कुलेशन मेंटेन करने के टिप्स – healthy blood circulation maintain karne ke tips


खून अपने साथ ऑक्सीजन और खाद्य पदार्थ से प्राप्त किए गए पोषक तत्वों को शरीर के आवश्यक ऑर्गन तक पहुंचता है, ताकि बॉडी फंक्शन संतुलित रहे।

हेल्दी बॉडी फंक्शन के लिए स्वस्थ ब्लड सर्कुलेशन बहुत जरूरी है। यदि शरीर में खून संतुलित रूप से सर्कुलेट नहीं होता है, तो बॉडी के इंटरनल ऑर्गन और मसल्स (Muscle pain) को ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाता। खून अपने साथ ऑक्सीजन और खाद्य पदार्थ से प्राप्त किए गए पोषक तत्वों को शरीर के आवश्यक ऑर्गन तक पहुंचता है, ताकि बॉडी फंक्शन संतुलित रहे। आज हम बात करेंगे आखिर किस तरह असंतुलित ब्लड सर्कुलेशन मांसपेशियों के दर्द और कमजोरी का कारण बनता है।

यश फिटनेस के फाउंडर ओर हेल्थ कोच यश अग्रवाल ने मांसपेशियों (Muscle pain) पर ब्लड सर्कुलेशन के प्रभाव बताते हुए एक स्वस्थ ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखने के कुछ टिप्स भी सुझाए हैं, तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से (Blood circulation and muscle health)।

किन्हें होता है असंतुलित ब्लड सर्कुलेशन का अधिक खतरा

50 से अधिक उम्र के लोगों में
डायबिटीज के मरीजों में
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने पर
नियमित स्मोकिंग करने पर
हृदय संबंधी समस्याएं और वैस्कुलर या आर्टरीज से जुड़ी डिजीज होने पर

Shareer mei hemoglobin ki matra ka poora hona kyu hai jaruri
खून की कमी शरीर में निर्जलीकरण के जोखिम को बढ़ा देती है। चित्र: शटरस्टॉक

जानें पूअर ब्लड सर्कुलेशन से मांसपेशियों को होने वाले नुकसान

खराब ब्लड सर्कुलेशन (poor blood circulation) के कारण मांसपेशियों में दर्द और खिंचाव महसूस होता है (Muscle pain), विशेष रूप से पैर, जांघ, और हिप के हिस्सों में। असंतुलित ब्लड सर्कुलेशन से मांसपेशियों और टिश्यू में ऑक्सीजन और आवश्यक पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है, जिसकी वजह से इस प्रकार के लक्षण नजर आते हैं:

पैर एवं हाथ का ठंडा पड़ना : जब शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और शरीर के कुछ एरियाज में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से हाथ, पैर, हथेलियां, उंगलियां आदि ठंडी पड़ जाती है। सामान्य बॉडी टेंपरेचर की तुलना में इनका टेंपरेचर काफी कम होता है।

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दर्द और क्रैंप्स (क्लॉडिकेशन) : जब आपका ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) असंतुलित होता है, तो इस स्थिति में चलने या किसी भी प्रकार की हल्की शारीरिक गतिविधि को करने के बाद भी पैर, हाथ और बाजू में क्रैंप्स और दर्द का अनुभव होता है। यह आमतौर पर अस्वस्थ आर्टिरीज का नतीजा हो सकता है, जिसकी वजह से सही तरीके से ब्लड फ्लो नहीं हो पाता।

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बॉडी में झनझनाहट (टिंगलिंग) होना : जब ब्लड सर्कुलेशन असंतुलित हो जाता है, तो ऑक्सीजन की कमी के कारण हाथ पैर की मांसपेशियों में टिंगलिंग यानी की झनझनाहट जैसे सेंसेशन महसूस होते हैं। जो समय के साथ ठीक हो जाते हैं। परंतु यदि यह अधिक फ्रिक्वेंटली हो रहे हैं, तो असंतुलित ब्लड सर्कुलेशन का संकेत हो सकते हैं।

अब जानें हेल्दी ब्लड सर्कुलेशन मेंटेन करने के टिप्स

1. शारीरिक सक्रियता है सबसे महत्वपूर्ण

ब्लड सर्कुलेशन को बूस्ट करने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना बहुत जरूरी है। नियमित रूप से योग एक्सरसाइज जैसी गतिविधियों में भाग लें, यदि आप हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज नहीं कर सकती हैं, तो कम से कम वॉकिंग, जॉगिंग या रनिंग जैसे सामान्य फिजिकल एक्टिविटी करें। इससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है और आपकी बॉडी को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिल पाते हैं।

सही एक्सरसाइज ब्लड सर्कुलेशन में सुधर करने में मदद कर सकती है. चित्र : शटरस्टॉक

2. स्वस्थ एवं संतुलित खाद्य पदार्थों का सेवन है जरूरी

अपनी नियमित डाइट में कुछ खास तरह के खाद्य पदार्थ जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर बेरी, संतरा, आदि जैसे फलों को शामिल करें। यह आपके ब्लड वेसल्स को आराम पहुंचते हैं और और उनके फंक्शन को बेहतर बनाते हैं। इसके साथ ही नियमित रूप से सलाद खाएं, सलाद में विटामिन के पाया जाता है, जो ब्लड क्लॉटिंग को रोकता है और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है।

इतना ही नहीं अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जिनमें पानी की प्रयाप्त मात्रा पाई जाती हो, जो ब्लड फ्लो मेंटेन करने में आपकी मदद करेगा। हरी पत्तेदार सब्जियां नाइट्रेट से भरपूर होती हैं और हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम कर देती हैं। सिगरेट का ब्लड फ्लो पर बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इसलिए इसे पूरी तरह परहेज रखें और तनाव, चिंता एवं अवसाद जैसी भावनाओं पर जितना हो सके उतना नियंत्रण पाएं।

3. आराम करते वक्त पैरों को ऊपर उठाएं

जब कभी भी आप आराम कर रही हो या सिर्फ बिस्तर पर लेटी हों, तो अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। यदि आपको परेशानी होती है, तो दीवार का सपोर्ट ले सकती हैं। यह आपके पैरों में ब्लड फ्लो को बढ़ा देता है। आमतौर पर अनहेल्दी ब्लड फ्लो का सबसे ज्यादा असर आपके पैरों पर ही होता है।

पैर उठाना पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों पर दवाब डालता है। इससे कोर को मजबूत और टोन करने में मदद मिलती है। चित्र : शटर स्टॉक

4. मसाज लेने से मिलेगी मदद

जैसा कि हम सभी जानते हैं मसाज मांसपेशियों को एक्टिवेट कर देता है और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देता है जिससे कि शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। इसलिए रोजाना कुछ देर तक अपने हाथ एवं पैरों को मसाज दें। वहीं मुमकिन हो तो किसी से बैक मसाज भी जरूर लें। आप चाहें तो प्रोफेशनल मसाज थेरेपी ले सकती हैं।

5. ब्लैक और ग्रीन टी पिएं

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ब्लैक और ग्रीन टी को अपने नियमित डाइट में शामिल करें। यह ब्लड वेसल्स को फैला देती है, जिससे कि ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता है। इस प्रकार ब्लड पूरे शरीर में सर्कुलेट हो पाता है।

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