People are troubled by outage in Microsoft again | माइक्रोसॉफ्ट में फिर आउटेज से परेशान हुए लोग: शिकायत के बाद कंपनी ने माफी मांगी, 11 दिन पहले दुनियाभर में ठप पड़ गई थीं सर्विस


वॉशिंगटन56 मिनट पहले

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दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने वाले हजारों लोगों को आज (30 जुलाई) फिर आउटेज का सामना करना पड़ा। इन प्रोडक्ट्स में ई-मेल सर्विस आउटलुक से लेकर फेमस गेम माइनक्राफ्ट तक शामिल हैं।

11 दिन पहले ही दुनियाभर में कंपनी की सर्विसेस बंद पड़ गई थीं। वेबसाइट्स पर नजर रखने वाले डाउन डिटेक्टर ने बताया कि मंगलवार दोपहर को हजारों लोगों ने समस्याओं की शिकायत की थी। इसके बाद कंपनी को माफी मांगनी पड़ी।

कंपनी ने कहा- एक्सपर्ट्स जांच कर रहे हैं
माइक्रोसॉफ्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट कर कहा कि ‘हम ग्लोबल लेवल पर माइक्रोसॉफ्ट सर्विसेस से जुड़ी समस्याओं की रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं। हम असुविधा के लिए क्षमा चाहते हैं। हमारे एक्सपर्ट्स इस स्थिति की जांच कर रहे हैं, ताकि इसे जल्द-से-जल्द सुलझाया जा सके।’

वर्ड और एक्सेल जैसे एप्लिकेशन में भी दिक्कत
माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने कहा कि वह कुछ ऑफिस एप्लिकेशन और सर्विसेस में रुकावट आ रही है। कंपनी ने पोस्ट में कहा कि यह समस्या ‘कई माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेस को प्रभावित कर रही है। माइक्रोसॉफ्ट 365 में आउटलुक, वर्ड और एक्सेल जैसे कंपनी के प्रोडक्ट एप्लिकेशन शामिल हैं।

11 दिन पहले 15 घंटे माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस ठप रही थीं
इससे पहले अमेरिकी एंटी-वायरस कंपनी क्राउडस्ट्राइक के एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण माइक्रोसॉफ्ट की सर्विस 15 घंटे ठप पड़ गई थी। इससे माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले करोड़ों कंप्यूटर ठप पड़ गए थे और अपने-आप रिस्टार्ट होने लगे थे।

इस वजह से दुनियाभर में एयरपोर्ट, फ्लाइट, ट्रेनें, हॉस्पिटल, बैंक, रेस्तरां, डिजिटल पेमेंट, स्टॉक एक्सचेंज, टीवी चैनल से लेकर सुपर मार्केट जैसी जरूरी सेवाएं रुक गईं थीं। सबसे ज्यादा असर एयरपोर्ट पर देखा गया था। दुनियाभर में 3% यानी करीब 4,295 फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ीं थीं।

केवल अमेरिका में ही 1100 फ्लाइट रद्द और 1700 डिले हुईं। भारतीय समयानुसार इसका असर सुबह 10:40 बजे दिखना शुरू हुआ। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु समेत देश के बड़े एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखी गई। ऑनलाइन सर्विसेज ठप होने से कई एयरपोर्ट पर फ्लाइट बोर्डिंग पास हाथ से लिखकर दिए गए। हालांकि शाम तक कई सर्विस सामान्य होने लगी थीं।

इतने व्यापक असर के चलते यह इतिहास का सबसे बड़ा आईटी संकट बन गया है। इसे ‘डिजिटल पैंडेमिक’ भी बताया जा रहा है। इसके अलावा बैंक-स्टॉक मार्केट पर भी असर देखने को मिला था। यही नहीं ब्रिटेन में तो टीवी चैनल का प्रसारण ही रुक गया था। हालांकि, एपल और लाइनक्स के यूजर्स इससे प्रभावित नहीं हुए।

क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने माफी मांगी
अमेरिकी एंटी-वायरस कंपनी क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने परेशानी के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने प्रॉब्लम सॉल्व कर दी है, लेकिन सभी सिस्टम सामान्य रूप से चलने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- क्राउडस्ट्राइक सभी प्रभावित कस्टमर्स और पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सिस्टम बहाल हो जाएं।

माइक्रोसॉफ्ट OS पर चलने वाले ज्यादातर कंप्यूटर्स की स्क्रीन नीली हुई थी दरअसल, क्राउडस्ट्राइक की ओर से माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को दिए गए एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण हुई यह दिक्कत आई थी। इससे माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले दुनियाभर के करोड़ों सिस्टम की स्क्रीन नीली हो गई और कंप्यूटर ऑटोमेटिक स्टॉर्ट होने लगा। दुनियाभर में एयरपोर्ट, फ्लाइट, ट्रेनें, हॉस्पिटल, बैंक, रेस्तरां, डिजिटल पेमेंट, स्टॉक एक्सचेंज, टीवी चैनल से लेकर सुपर मार्केट जैसी जरूरी सेवाएं रुक गईं।

क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। इस आउटेज के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने तुरंत कहा कि यह एक “थर्ड पार्टी इश्यू” है। दूसरे शब्दों में- ये उसकी गलती नहीं थी। माइक्रोसॉफ्ट के पास समस्या से निजात पाने का कोई ‘प्लान बी’ नहीं था। वह इंतजार करती रही कि खुद साइबर सिक्योरिटी फर्म इसे दूर करेगी।

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