Paytm Payments Bank के बोर्ड में फेर-बदल से नहीं मिलेगी राहत, बडे़-बड़े बैंकों के अधिकारियों ने बताई वजह



Paytm Crisis: पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को छोड़ दिया। इसके अलावा पेटीएम पेमेंट्स बैंक का नया बोर्ड बना है जिसमें कुछ स्वतंत्र निदेशकों को शामिल किया गया है। हालांकि कई बैंकर्स का मानना है कि केंद्रीय बैंक RBI पर इसका खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि इस फैसले को लेने में काफी देरी हो गई। मनीकंट्रोल से बातचीत में RBI के एक सूत्र ने कहा कि कंपनी यह दिखानी चाहती है कि RBI की कार्रवाई के बाद यह सुधार कर रही है लेकिन पेटीएम पेमेंट्स बैंक को फिलहाल इससे कोई राहत मिलने वाली नहीं है।

Paytm Crisis पर क्या कहना है बैंकर्स का

प्राइवेट सेक्टर के एक बड़े बैंक के डिजिटल हेड का कहना है कि RBI अपने फैसलों पर तब तक दोबारा विचार नहीं करता है, जब तक नियमों का पालन नहीं हो जाता है। आरबीआई ने SBI और HDFC बैंक जैसे दिग्गज बैंकों और मास्टरकार्ड (MasterCard) और अमेरिकन एक्सप्रेस (American Express) जैसे दिग्गज कार्ड नेटवर्क्स को भी नहीं बख्शा था।

पब्लिक सेक्टर के एक बड़े बैंक सीनियर बैंकर का कहना है कि विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक से हटने का फैसला बड़ी देर से लिया। जब कंप्लॉयंस का मामला उठा था और RBI ने इस पर चार तक नए ग्राहक जोड़ने से रोक लगाया था, तभी इसे पर्याप्त सिग्नल के रूप में देखना चाहिए था। यह मामला पूरी तरह से नियमों का पालन नहीं करने और नियामक RBI को गंभीरता से नहीं लेने का है।

एक सीनियर बैंकर के मुताबिक विजय ने हमेशा कहा है कि पेमेंट्स बैंक के कारोबार में उनकी कोई भूमिका नहीं है लेकिन जब पेटीएम पेमेंट्स बैंक को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया गया था तो इसकी अगुवाई विजय ही कर रहे थे, जो RBI की निगाह से नहीं बच सकता था। विजय की पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 51 फीसदी और बाकी 49 फीसदी हिस्सेदारी वन97 कम्यूनिकेशंस की है।

करीब एक महीने बाद Paytm Payments Board के बोर्ड में फेरबदल

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड में RBI की कार्रवाई के करीब एक महीने बाद फेर-बदल हुआ है। यह भी तब हुआ है जब इसके अहम बैंकिंग ऑपरेशंस बंद होने में अब महज 15 दिन ही बचे हैं। बोर्ड में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासर श्रीधर, रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर देबेंद्रनाथ सारंगी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार गर्ग और रिटायर्ड आईएएस रजनी सेखरी सिबल को स्वतंत्र निदेशकों के तौर पर शामिल किया गया है। आरबीआई ने पिछले महीने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 29 फरवरी के बाद नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस पर रोक लगा दिया। बाद में इस डेडलाइन को 15 मार्च तक आगे खिसका दिया गया।

मार्च के पहले हफ्ते से बैंकों और NBFCs को फिर से प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा Paytm



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