मिफेप्रिस्टोन – Drishti IAS


मिफेप्रिस्टोन

हाल ही में अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय ने गर्भपात विरोधी समूहों की एक याचिका को खारिज कर दिया, जिसका उद्देश्य गर्भपात की गोली “मिफेप्रिस्टोन” के लिये खाद्य एवं औषधि प्रशासन (Food and Drug Administration’s- FDA) की मंज़ूरी को रद्द करना था।

  • मिफेप्रिस्टोन एक दवा है जिसका उपयोग प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को अवरुद्ध करके और गर्भाशय ग्रीवा को फैलाकर गर्भावस्था को समाप्त करने के लिये किया जाता है।
  • इसे आमतौर पर संकुचन प्रेरित करने और 10 सप्ताह के भीतर गर्भावस्था को समाप्त करने के लिये मिसोप्रोस्टोल के साथ लिया जाता है। इस गोली की सफलता दर 97.4% है।
  • भारत का गर्भपात कानून:
    • IPC की धारा 312 के तहत महिला की जान बचाने के अलावा गर्भपात कराना अपराध माना जाता है। अगर महिला खुद गर्भपात कराने की कोशिश करती है तो वह भी इस धारा के तहत आती है।
    • सुरक्षित गर्भपात की अनुमति देने के लिये मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) अधिनियम, 1971 पेश किया गया था। संशोधित अधिनियम (2021) के अनुसार 20 सप्ताह तक की गर्भावस्था हेतु एक डॉक्टर की राय की आवश्यकता होती है और 20 से 24 सप्ताह की गर्भावस्था हेतु दो डॉक्टरों की राय की आवश्यक होती है।
    • 20 सप्ताह के बाद गर्भपात कराने वाली अविवाहित महिलाओं को विशिष्ट प्रावधानों के अभाव के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
    • ‘गर्भपात’ शब्द का प्रयोग केवल तब किया जाता है जब गर्भावस्था के पहले तीन महीनों के भीतर अंडाणु निष्कासित हो जाता है।
      • दूसरी ओर ‘गर्भपात’ शब्द का प्रयोग तब किया जाता है जब भ्रूण को गर्भावस्था के चौथे से सातवें महीने के बीच, जीवित रहने से पहले ही बाहर निकाल दिया जाता है।

ABORTION_LAW

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