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- Manba Finance IPO Share Listing Price Update; BSE NSE | Manba Finance Share Price
मुंबई34 मिनट पहले
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मनबा फाइनेंस लिमिटेड का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर इश्यू प्राइस से 25% ऊपर ₹150 पर लिस्ट हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर शेयर इश्यू प्राइस से 20.83% ऊपर ₹145 पर लिस्ट हुआ। इस इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग का इश्यू प्राइस ₹120 था।
यह IPO 23 सितंबर से 25 सितंबर तक निवेशकों के लिए ओपन था। तीन कारोबारी दिनों में IPO टोटल 224.05 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल कैटेगरी में 143.95 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) में 148.55 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 511.62 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
₹150.84 करोड़ का था मनबा फाइनेंस का इश्यू
मनबा फाइनेंस का ये इश्यू टोटल ₹150.84 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी पूरे ₹150.84 करोड़ के 12,570,000 फ्रेश शेयर इश्यू किए। कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए एक भी शेयर नहीं बेचे।
मैक्सिमम 1625 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते थे रिटेल निवेशक
मनबा फाइनेंस ने इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹114 से ₹120 तय किया था। रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट यानी 125 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते थे। यदि आप IPO के अपर प्राइस बैंड ₹120 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते, तो इसके लिए ₹15,000 इन्वेस्ट करने होते।
वहीं, रिटेल निवेशक मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1625 शेयर्स के लिए अप्लाय कर सकते थे। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹195,000 इन्वेस्ट करने होते।
इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व था
कंपनी ने IPO का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा था। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व था।
नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है मनबा फाइनेंस
मनबा फाइनेंस लिमिटेड एक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है, जिसकी स्थापना 1998 में हुई थी। कंपनी टू व्हीलर, थ्री व्हीलर, इलेक्ट्रिक टू व्हीलर, इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर, पुरानी कारों, छोटे बिजनेस के साथ ही इंडिविजुअल लोन देती है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।