Mahashivratri Vrat Katha: क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि? जानिए इससे जुड़ी पौराणिक कथा


Mahashivratri 2024: इस बार महाशिवरात्रि 8 मार्च को पड़ रही है। इस अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा करने की परंपरा है।

By Ekta Sharma

Publish Date: Tue, 05 Mar 2024 01:59 PM (IST)

Updated Date: Tue, 05 Mar 2024 02:34 PM (IST)

mahashivratri kyu manate hai

HighLights

  1. कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
  2. महाशिवरात्रि का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
  3. इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं।

Mahashivratri Vrat Katha: धर्म डेस्क, इंदौर। शिवरात्रि का त्योहार हर महीने मनाया जाता है, लेकिन फाल्गुन महीने की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इसे महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि को ही हुआ था। यही कारण है कि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।

इस बार महाशिवरात्रि 8 मार्च को पड़ रही है। इस अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा करने की परंपरा है। लेकिन बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि महाशिवरात्रि का त्योहार क्यों मनाया जाता है। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पौराणिक कथा प्रचलित है।

क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हुआ था। इसलिए हर साल फाल्गुन माह में महाशिवरात्रि का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस खास मौके पर देशभर में भगवान शिव की बारात निकाली जाती है।

भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की भी विशेष पूजा की जाती है। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से साधक को वैवाहिक जीवन से जुड़ी सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही दांपत्य जीवन में खुशियां आती हैं।

महाशिवरात्रि 2024 तिथि

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च को रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगी। यह अगले दिन यानी 9 मार्च को शाम 6.17 बजे समाप्त होगी। ऐसे में 8 मार्च को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

  • ABOUT THE AUTHOR

    एकता शर्मा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं और बीते 2 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। डिजिटल मीडिया में काम करने का अनुभव है। साल 2022 से जागरण न्यू मीडिया (JNM) से जुड़ी हैं और Naiduni



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