Menu
Call us
Whatsapp
Call us
Whatsapp
Menu
News
Bareilly Business
Add Post
Register
Login
Contact us
News
Bareilly Business
Add Post
Register
Login
Contact us
Home न्यूज़

गेहूं की फसल को लेकर सरकार की अहम नीतियां, किसानों के साथ आम लोगों का भी जानना है जरूरी, Khetivyapar पर जानें 7 प्वाइंटर्स में

bareillyonline.com by bareillyonline.com
8 April 2024
in न्यूज़
4 0
0
6
SHARES
35
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

गेहूं की फसल को लेकर सरकार की अहम नीतियां, किसानों के साथ आम लोगों का भी जानना है जरूरी, Khetivyapar पर जानें 7 प्वाइंटर्स में

गेहूं की फसल को लेकर सरकार की अहम नीतियां

By khetivyapar

पोस्टेड: 08 Apr, 2024 12:00 AM IST Updated Mon, 08 Apr 2024 08:44 AM IST

सरकार ने गेहूं की फसल उद्योग को समर्थन और विनियमित करने के लिए विभिन्न नीतियों को लागू किया है। इन नीतियों का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, उपभोक्ताओं के लिए स्थिर मूल्य बनाए रखना और किसानों को सहायता प्रदान करना है। कुछ प्रमुख नीतियों में ये शामिल हैं। ये नीतियां गेहूं फसल उद्योग के समग्र विकास और स्थिरता में योगदान करती हैं, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं और देश भर के लाखों किसानों की आजीविका का समर्थन करती हैं।

किसान भाइयों को इसको जरूर जानना चाहिए। Khetivyapar.com आपको इनके बारे में संक्षेप में बताने जा रहा है।

  1. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP): भारत सरकार गेहूं के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य से यह सुनिश्चत करती है कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले। इससे कीमतों को स्थिर करने में मदद मिलती है और किसान अधिक उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
  2. सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS): PDS एक सरकारी कार्यक्रम है जो यह सुनिश्चित करता है कि देश भर में कम आय वाले परिवारों को गेहूं सहित किफायती खाद्यान्न उपलब्ध हो। इससे कीमतों को नियंत्रित करने और जरूरतमंद आबादी तक पहुंचने में मदद मिलती है।
  3. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA): 2013 में अधिनियमित, NFSA का उद्देश्य भारतीय आबादी के लगभग दो-तिहाई हिस्से को सब्सिडी वाला खाद्यान्न उपलब्ध कराना है। इसमें गेहूं भी शामिल है, जो भारत में एक मुख्य भोजन है और स्थिर कीमतों को बनाए रखने में मदद करता है।
  4. मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF): PSF सरकार द्वारा गेहूं सहित आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर करने के लिए बनाया गया एक कोष है। यह मूल्य स्थिरता बनाए रखने और मूल्य में उतार-चढ़ाव के समय पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद करता है।
  5. भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) और राष्ट्रीय थोक हैंडलिंग निगम (NBHC): ये संगठन गेहूं की खरीद, भंडारण और वितरण में शामिल हैं। वे एक सुचारू आपूर्ति श्रृंखला बनाए रखने और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में मदद करते हैं।
  6. फसल बीमा योजनाएं: सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं या अन्य अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण फसल के नुकसान के खिलाफ किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न फसल बीमा योजनाएं शुरू की हैं। इससे गेहूं की खेती से जुड़े वित्तीय जोखिमों को कम करने में मदद मिलती है।
  7. प्रौद्योगिकी और अनुसंधान सहायता: सरकार गेहूं की फसल सुधार सहित कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और विकास का समर्थन करती है। इससे उत्पादकता बढ़ाने और लचीली फसल किस्मों को विकसित करने में मदद मिलती है।

[ad_2]

Source link

Advertisement Banner

Trending Now

edit post
सर्दियों में अपनी कार की कैसे करें देखभाल, ये 5 टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद
ऑटोमोबाइल

सर्दियों में अपनी कार की कैसे करें देखभाल, ये 5 टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद

6 months ago
edit post
न्यूज़

राशन की दुकानों पर नमक वितरण का मामला गरमाया, सीडीओ ने दिए जांच के आदेश

1 week ago
edit post
न्यूज़

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 30 जून 2025 को बरेली का दौरा करेंगी

2 days ago
edit post
न्यूज़

डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त: बरेली और बदायूं में तनाव

4 days ago
No Result
View All Result
  • न्यूज़
  • एंटरटेनमेंट
  • स्पोर्ट्स
  • व्रत त्यौहार
  • ऑटोमोबाइल
  • हैल्थ
  • ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.

Go to mobile version