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Dizziness in Anemia: एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में पर्याप्त रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। रेड ब्लड सेल्स, हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन को कैरी करते हैं, जो ऑक्सीजन को फेफड़ों से शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचाता है। एनीमिया के कारण शरीर के ऊतकों और अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे थकान, कमजोरी और चक्कर आने जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। एनीमिया के कई प्रकार हैं जिनमें से सबसे कॉमन है आयरन की कमी के कारण होने वाला एनीमिया जिसके कारण शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। प्रेग्नेंसी में एनीमिया एक कॉमन समस्या है। एनीमिया के कारण मरीजों को अक्सर चक्कर आते हैं। चक्कर आने की समस्या का इलाज करने के लिए, इस लेख में हम आपको कुछ आसान उपाय बताएंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
एनीमिया में चक्कर आने के कारण- Causes of Dizziness in Anemia
एनीमिया में चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं-
- हीमोग्लोबिन खून में ऑक्सीजन का लेकर जाता है। जब इसका स्तर कम हो जाता है, तो शरीर के हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे थकान और चक्कर आ सकते हैं।
- एनीमिया के कारण अक्सर ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, जिससे चक्कर आ सकते हैं, खासकर जब आप अचानक से खड़े होते हैं।
- एनीमिया के कारण रक्त की मात्रा और उसकी गुणवत्ता दोनों प्रभावित होती हैं, जिससे मस्तिष्क और अन्य अंगों में पर्याप्त ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो पाता और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
- एनीमिया की वजह से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है। यह भी चक्कर आने का एक कारण हो सकता है।
- एनीमिया के कारण शारीरिक कमजोरी और थकान मानसिक तनाव और चिंता को बढ़ा देती है। इस वजह से चक्कर आ सकते हैं।
- मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी के कारण ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है, जिससे चक्कर आने की संभावना बढ़ जाती है।
एनीमिया में चक्कर आने की समस्या का इलाज- Treatment of Dizziness in Anemia
एनीमिया में चक्कर आने का इलाज करने के लिए, सबसे पहले एनीमिया के कारण की पहचान करना जरूरी है। इसके बाद, इलाज तय किया जाता है। कुछ कॉमन इलाज हैं, जिसे एनीमिया के दौरान चक्कर आने पर किया जा सकता है-
- आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के लिए आयरन सप्लीमेंट्स का सेवन करें।
- आयरन-युक्त आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां- पालक, मेथी, अंडे, और फोर्टिफाइड अनाज को डाइट में शामिल करें।
- विटामिन बी12 और फोलिक एसिड के स्रोत जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स, अंडे, नट्स, बीन्स आदि को डाइट में शामिल करें।
- पर्याप्त नींद लें और तनाव से बचें। अचानक खड़े होने से बचें और धीरे-धीरे उठें ताकि रक्तचाप स्थिर रहे।
- नियमित रूप से ब्लड टेस्ट करवाएं और अपने हीमोग्लोबिन और आरबीसी काउंट की सही मात्रा शरीर में बनी रहे।
- अगर किसी को एनीमिया है और उसे बार-बार चक्कर आ रहे हैं, तो उसे डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए और जरूरी जांच करवानी चाहिए ताकि सही इलाज मिल सके।
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