जानकारों के अनुसार, 24 मार्च को भद्रा सुबह 9:47 बजे प्रारंभ हो जाएगी। यह इस दिन रात 10:50 बजे तक रहेगी।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sat, 16 Mar 2024 03:59 PM (IST)
Updated Date: Sat, 16 Mar 2024 03:59 PM (IST)
HighLights
- होलिका दहन रवि, बुधादित्य और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा।
- भद्रा का विशेष प्रभाव शाम 6:33 बजे से रात 10:50 बजे तक रहेगा।
- इसी दिन रात 8:34 बजे से वृद्धि योग शुरू होगा।
धर्म डेस्क, इंदौर। Holika Dahan 2024: होलिका दहन पर 24 मार्च को अशुभ मानी गई भद्रा का साया रहेगा। अच्छी बात यह है कि यह रात 10:50 तक ही रहेगा। इसके बाद होलिका दहन किया जा सकेगा। वैसे इस दिन फाल्गुन पूर्णिमा के चलते चंद्रग्रहण भी रहेगा, लेकिन यह उप छाया ग्रहण है, इसलिए इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। होलिका दहन रवि, बुधादित्य और सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। इसके अगले दिन होली खेली जाएगी। बता दें कि 24 मार्च को व्रत और 25 मार्च को स्नान-दान पूर्णिमा रहेगी। होली के दिन ही खरमास का समापन होगा।
इतनी देर रहेगा भद्रा का साया
जानकारों के अनुसार, 24 मार्च को भद्रा सुबह 9:47 बजे प्रारंभ हो जाएगी। यह इस दिन रात 10:50 बजे तक रहेगी। भद्रा का विशेष प्रभाव शाम 6:33 बजे से रात 10:50 बजे तक रहेगा। भद्रा काल में होलिका दहन करना अशुभ माना गया है। इसलिए भद्रा काल खत्म होने के बाद होलिका दहन करना श्रेष्ठ रहेगा। 24 मार्च को सुबह 6:20 बजे से सुबह 11:21 बजे तक रवि योग रहेगा, जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7:40 बजे से रात 12:35 बजे तक रहेगा। इसी दिन रात 8:34 बजे से वृद्धि योग शुरू होगा, जो अगली रात 9:30 बजे तक रहेगा।
होली पर बनेगा बुधादित्य योग
24 व 25 मार्च को सूर्य व बुध के कुंभ राशि में साथ रहने से बुधादित्य योग भी बनेगा, जो शुभ व मंगलकारी होगा। बुधादित्य योग से लोगों के व्यापार, शिक्षा व नौकरी के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। दान-पुण्य करने का भी श्रेष्ठ फल मिलता है। भद्रा को लेकर पौराणिक मान्यता है कि भद्रा सूर्य की पुत्री और शनिदेव की बहन है। भद्रा क्रोधी स्वभाव की मानी गई हैं। उनके स्वभाव को नियंत्रित करने भगवान ब्रह्मा ने उन्हें काल गणना या पंचांग के एक प्रमुख अंग विष्टि करण में स्थान दिया है।
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