इंसुलिन हार्मोन असंतुलित होने के क्या जोखिम है? डॉक्टर से जानें | hidden dangers of high insulin hormone doctor tells in hindi


अचानक वजन बढ़ना या घटने के कारण व्यक्ति अक्सर परेशान हो जाता है। वजन बढ़ने या घटने के पीछे स्वास्थ्य से जुड़े कारण होते हैं। हमारे शरीर में मौजूद कई हार्मोन्स आपके शरीर में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। इन्हीं में से एक हार्मोन ऐसा है जो असंतुलित होने से दूसरी कई परेशानियों को बढ़ा सकता है, इस हार्मोन का नाम इंसलिन है। इंसुलिन आपके शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। इसके साथ ही यह हार्मोन शरीर में फैट स्टोर होने और भूख के फ्लो को भी प्रभावित करता है। जब शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है तो शरीर में चर्बी जमा होने लगती है, जिससे आपका मोटापा बढ़ने लगता है। इसके अलावा आपके शरीर में इंसुलिन हार्मोन के बढ़ने के कारण कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती है। आइए ओर्थोपेडिक सर्जन डॉ. मनन वोरा से जानते हैं कि इंसुलिन हार्मोन के बढ़ने से क्या स्वास्थ्य समस्याएं होती है? 

इंसुलिन हार्मोन बढ़ने से कौन-सी स्वास्थ्य समस्याएं होती है?  

1. इंसुलिन रेजिस्टेंस

इंसुलिन रेजिस्टेंस तब होता है, जब शरीर के सेल्स इंसुलिन के प्रति कम प्रतिक्रियाशील होते हैं, और आपके शरीर में इंसुलिन का ज्यादा उत्पादन होता है। अगर समय रहते इंसुलिन रेजिस्टेंस को कंट्रोल न किया जाए तो यह स्थिति टाइप 2 डायबिटीज में बदल सकती है। साथ ही पेट के आसपास चर्बी भी जमने का जोखिम बढ़ जाता है। 

2. बिगड़ा हुआ ट्राइग्लिसराइड्स

हाई इंसुलिन का स्तर ट्राइग्लिसराइड्स में बढ़ोत्तरी का कारण बन सकता है, जो ब्लड में पाए जाने वाला एक प्रकार का फैट है। हाई ट्राइग्लिसराइड्स दिल के मरीजों के लिए किसी खतरे से कम नहीं है। ये दिल के सख्त या मोटे होने का कारण बन सकता है, जिससे दिल के दौरे, हार्ट स्ट्रोक और अन्य दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। 

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3. हाई यूरिक एसिड

इंसुलिन रेजिस्टेंस ब्लड में यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण बन सकता है। शरीर में बढ़ा हुए यूरिक एसिड के स्तर से गाउट की समस्या हो सकती है, जिसमें जोड़ों में अचानक गंभीर दर्द और रेडनेस की समस्या हो सकती है। यह गुर्दे की पथरी और दिल की बीमारी के जोखिम को भी बढ़ा सकता है। 

4. बीपी की समस्या 

इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या हो सकती है। क्रोनिक हाई ब्लड शुगर, ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दिल की बीमारी, किडनी को नुकसान, हार्ट स्ट्रोक और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

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5. तनाव बढ़ना

हाई इंसुलिन का स्तर कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन को बढ़ने का कारण बन सकता है, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती है। शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने के कारण वजन बढ़ना, कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम, नींद की समस्या, पाचन संबंधी समस्याएं और दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ सकता है। 

6. नींद की कमी

शरीर में हाई इंसुलिन का स्तर नींद के पैटर्न को बिगाड़ सकता है, जिससे आपकी नींद में कमी आ सकती है। नींद में कमी के कारण मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज और दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है। 

शरीर में हाई इंसुलिन का स्तर, आपके ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में हेल्दी डाइट लेना, नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करना, तनाव को कंट्रोल करना और पर्याप्त नींद लेने से इंसुलिन के स्तर को मेंटेन किया जा सकता है। 

Image Credit: Freepik  





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